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पीएम नरेंद्र मोदी (सौजन्य: पीटीआई फोटो)

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जैसे एक शहजादा दिल्ली में है, वैसे ही एक शहजादा पटना में भी है। एक शहजादे ने बचपन से पूरे देश को और दूसरे शहजादे ने पूरे बिहार को अपनी जागीर समझा है। इन दोनों शहजादों के रिपोर्ट कार्ड एक जैसे हैं। इनके रिपोर्ट कार्ड में सिवाय घोटालों और बेलगाम कानून-व्यवस्था के कुछ नहीं है। कहा, ‘‘याद कीजिए कैसे बिहार में अपहरण उद्योग चलता था । बिहार के खजाने को लूटा जाता था। कैसे शाम होते ही हमारी बहन-बेटियां घर से निकलने में डरती थीं। कैसे नौकरी देने से पहले जमीन लिखवा ली जाती थी। आज नीतीश जी के नेतृत्व में राजग सरकार बिहार के विकास के लिए दिन-रात काम कर रही है।

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दरभंगा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 2002 में गोधरा में ट्रेन आगजनी की घटना का जिक्र करते हुए शनिवार को पूर्व रेल मंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अध्यक्ष लालू प्रसाद (Lalu Yadav) पर ‘‘सोनिया मैडम के शासन के दौरान” 60 से अधिक कारसेवकों को जिंदा जलाने के दोषियों को ‘‘बचाने” का प्रयास करने का आरोप लगाया। बिहार के दरभंगा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुये मोदी ने गोधरा की घटना को याद करते हुए आरोप लगाया कि विपक्षी दल हमेशा ‘‘तुष्टिकरण” की राजनीति करते हैं। गोधरा में हुई घटना के समय मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।

संप्रग सरकार में रेल मंत्री रह चुके राजद सुप्रीमो का नाम लिये बगैर उनकी तरफ इशारा करते हुए मोदी ने कहा कि इसी तुष्टिकरण की राजनीति के कारण बिहार के ‘‘शहजादे” (तेजस्वी यादव) के पिता ने उन लोगों को बचाने की कोशिश की थी, जो गोधरा ट्रेन अग्निकांड के लिए जिम्मेदार थे। मोदी ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि देश में ‘‘उस समय सोनिया मैडम का राज था।” उन्होंने कहा, ‘‘वह (लालू प्रसाद) जिन्हें (चारा घोटाला मामलों में) दोषी ठहराया गया है, तब रेल मंत्री थे।

मोदी ने याद दिलाया कि उच्चतम न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी थी जिसे अक्सर ‘‘बेन राजी (बहन तैयार है) कहा जाता था और प्रसाद के दबाव में इस कमेटी ने एक ‘‘फर्जी” रिपोर्ट प्रस्तुत की थी जिसमें उन लोगों को दोषमुक्त कर दिया गया था जो दोषी थे और कारसेवकों पर दोष मढ़ दिया गया पर अदालत ने रिपोर्ट को कचरे में फेंक दिया। उन्होंने कहा कि जो लोग दोषी थे उन सबको फांसी तक की सजा हुई। मोदी ने विपक्षी दलों पर अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और आदिवासियों के आरक्षण पर ‘‘डाका” डालने की कोशिश करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इन वंचित वर्गों का विपक्षी गठबंधन ‘‘इंडिया” के प्रति ‘‘मोहभंग” हो गया है।

प्रधानमंत्री ने दावा किया, ‘‘बाबा साहेब के नेतृत्व में संविधान सभा ने 75 साल पहले तय किया था कि हमारे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दे सकते हैं। पंडित नेहरू ने भी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया, लेकिन अब कांग्रेस पंडित नेहरू जी की भावना के विरुद्ध जा रही है, बाबा साहेब की पीठ में छूरा घोंप रही है, संविधान को तोड़ने में लगी है।” उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस लगी हुई है कि ओबीसी कोटे को कम करके, धर्म के आधार पर मुसलमानों को आरक्षण दे दिया जाए और कांग्रेस की इस साजिश में राजद भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 2007 में, जब प्रसाद रेल मंत्री थे, ‘‘उन्होंने मुसलमानों के लिए आरक्षण की वकालत की थी”।

मोदी ने कहा, ‘‘मैं पिछले 12 दिनों से कांग्रेस को आरक्षण के मुद्दे पर चुनौती दे रहा हूं कि इंडी गठबंधन लिखित में दें कि धर्म के आधार पर एससी, एसटी और ओबीसी का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को नहीं देंगे। लेकिन इनके पेट में पाप है, 12 दिन से ये चुप बैठे हैं।” उन्होंने ‘‘अग्निपथ” योजना के बारे में बात करते हुए, रैलियों में ‘‘हिंदू मुस्लिम विमर्श” लाने के लिए राजद नेता तेजस्वी यादव की भी आलोचना की और कहा, ‘‘जब हम कैप्टन (अब्दुल) हमीद की शहादत के बारे में बात करते हैं, तो क्या हम उन्हें एक मुस्लिम के तौर पर देखते हैं।” मोदी ने कहा, ‘‘अब राजद ने ये गिनना शुरू कर दिया है कि सेना में कौन हिंदू है, कौन मुसलमान है। ये लोग समाज को बांटने के लिए, देश की एकता तोड़ने के लिए कुछ भी कर सकते हैं। मां भारती की रक्षा के लिए जो सीने पर गोली खाता है, वो पहले भारतीय होता है। राजद के लोग, उसे हिंदू, मुसलमान की नजर से देखते हैं।”

उन्होंने कहा, ‘‘जैसे एक शहजादा दिल्ली में है, वैसे ही एक शहजादा पटना में भी है। एक शहजादे ने बचपन से पूरे देश को और दूसरे शहजादे ने पूरे बिहार को अपनी जागीर समझा है। इन दोनों शहजादों के रिपोर्ट कार्ड एक जैसे हैं। इनके रिपोर्ट कार्ड में सिवाय घोटालों और बेलगाम कानून-व्यवस्था के कुछ नहीं है।” मोदी ने कहा, ‘‘याद कीजिए कैसे बिहार में अपहरण उद्योग चलता था । बिहार के खजाने को लूटा जाता था। कैसे शाम होते ही हमारी बहन-बेटियां घर से निकलने में डरती थीं। कैसे नौकरी देने से पहले जमीन लिखवा ली जाती थी। आज नीतीश जी के नेतृत्व में राजग सरकार बिहार के विकास के लिए दिन-रात काम कर रही है।” उन्होंने कहा, ‘‘हमारे प्रेरणा कपूरी ठाकुर हैं जिन्हें कुछ समय पहले भारत रत्न देने का सौभाग्य हमें मिला है। पिछले 10 साल में बिहार में हमने 40 लाख गरीबों को पक्के घर दिए हैं। करीब 1.25 करोड गैस कनेक्शन दिए हैं । आज गरीबों को मुफ्त राशन और उपचार मिल रहा है ।”

मोदी ने कहा, ‘‘आपके परिवार में बिहार में कोई भी 70 साल के ऊपर के बुजुर्ग अगर होंगे, उनके संतानों को उनकी बीमारी में इलाज का खर्चा नहीं उठाना पड़ेगा। अब यह खर्चा दिल्ली में आपका यह बेटा उठाएगा। 70 साल से ऊपर के हर बुजुर्ग को पांच लाख रूपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा।” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘कांग्रेस ऐसा कानून बनाना चाहती है कि दिल्ली में उनकी सरकार बनेगी तो आपके मां बाप ने जो कमाया है, वो अब आपको नहीं मिलेगा। आधा इनकी सरकार छीन लेगी। 55 प्रतिशत विरासत पर ये फतवा लाना चाहते हैं।”

उन्होंने कोरोना काल में उनकी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए आरोप लगाया, ‘‘संकट के समय में इंडी गठबंधन वालों ने साजिश करके दिल्ली-मुंबई से बिहार के लोगों को भगा दिया था।” प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा रखी जा रही है, तब मैंने कहा था कि अब भारत आने वाले 1000 साल का भविष्य लिखेगा । भारत और बिहार के भाग्य ने आज एक बार फिर करवट ली है । 21वीं सदी में एक और कालखंड ऐसा आया है जब भारत फिर से अपनी सारी बेडियां तोड़कर खुद खड़ा हुआ है । आज भारत दुनिया में नई ऊंचाई पर है आज भारत चांद पर पहुंच गया है जहां कोई नहीं पहुंचा है ।10 साल पहले हम, दुनिया की 11वें नंबर की अर्थव्यवस्था थे, सिर्फ 10 साल में हम, दुनिया की 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बन चुके हैं।”

(एजेंसी)