Manoj Jarange Patil, Maharashtra
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महाराष्ट्र: मराठा आरक्षण आंदोलन (Maratha Reservation Movement) की आग अब महाराष्ट्र (Maharashtra) में और भी तेज हो सकती है। सामने आ रही खबर के मुताबिक, मराठा आरक्षण (Maratha Reservation) के लिए लड़ने वाले मनोज जरांगे पाटिल महाराष्ट्र में मराठा समुदाय से मिलने के लिए फिर से यात्रा शुरू करेंगे। बता दें कि  दिवाली के बाद 15 नवंबर से कोल्हापुर के शाहू महाराज के स्मारक से यात्रा शुरू होगी, यह जानकारी मनोज जरांगे पाटिल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी।

इस दौरान उन्होंने अपील की है कि कोई भी उद्योगपति, डॉक्टर, शिक्षक मराठा समुदाय को पैसा दे। यह दौरा 15 से 23 नवंबर तक होगा और दौरे का समापन अंतरवाली में होगा। आइए अब जानते है कैसा होगा मनोज जरांगे का महाराष्ट्र दौरा… 

ऐसा होगा मनोज जरांगे का महाराष्ट्र दौरा

15 नवंबर

समय सुबह 11.00 बजे अंतरवाली से वाशी, शाम 4:30 बजे वाशी से परांडा, शाम 7:30 बजे परांडा से करमाला

16 नवंबर

सुबह 11.00 बजे करमाला से दौंड, शाम 5.00 बजे दौंड से माइनी

17 नवंबर

सुबह 10.00 बजे मैनी से सांगली, दोपहर 2.00 बजे सांगली से कोल्हापुर, शाम 5.00 बजे कोल्हापुर से इस्लामपुर, रात 8.00 बजे इस्लामपुर से कराड

18 नवंबर 

सुबह 10.00 बजे कराड से सतारा, दोपहर 1.00 बजे सतारा से मेधा, शाम 4.00 बजे मेधा से वाई, रात 9.00 बजे वाई से रायगढ़

19 नवंबर

सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक रायगढ़ दर्शन – पछाड से रायगढ़, दोपहर 3.00 बजे महाड़ दर्शन, शाम 7 बजे। रायगढ़ – मुलशी – आलंदी

20 नवंबर

सुबह 9 बजे आलंदी से तुलापुर – छत्रपति संभाजी राजे का अभिनंदन, सुबह 11.00 बजे। तुलापुर से पुणे (खराड़ी, चंदननगर), दोपहर 3.00 बजे। पुणे से खालापुर, शाम 6.00 बजे। खालापुर से कल्याण

21 नवंबर

सुबह 10 बजे कल्याण से ठाणे, दोपहर 3 बजे ठाणे से पालघर, रात 8 बजे पालघर से त्र्यंबकेश्वर

22 नवंबर

सुबह 11.00 बजे त्र्यंबकेश्वर से विश्रांतगढ़, दोपहर 3.00 बजे विश्रांतगढ़ से संगमनेर, शाम 6.00 बजे संगमनेर से श्रीरामपुर

23 नवंबर

सुबह 10.00 बजे श्रीरामपुर से नेवासा, दोपहर 1.00 बजे नेवासा से शेवगांव, शाम 5.00 बजे शेवगांव से बोधेगांव, धोंडाराई, शाम 7.00 बजे ढोंडाराई से अंतरवाली सराटी

गरीबों को न्याय दिलाने की लड़ाई 

मनोज जरांगे ने कहा कि मराठा समाज की लड़ाई गरीबों को न्याय दिलाने की है, पैसा कमाने की नहीं। हमने महाराष्ट्र में दौरों और बैठकों का खर्च किसी से नहीं मांगा है।’ इसलिए उन्होंने अपील की है कि कोई भी पैसे न दें इस बीच मराठा आरक्षण के लिए 1 दिसंबर से श्रृंखलाबद्ध भूख हड़ताल शुरू की जाएगी। इसी पृष्ठभूमि में मराठा समुदाय के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए इस दौरे का आयोजन किया गया है। अब देखना यह होगा क्या फिर एक बार महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन की आग फैलेगी।