मोरबी: गुजरात के मोरबी में मच्छू नदी पर बना पुल गिरने (Morbi Bridge Accident) से बड़ा हादसा हुआ है। इस हादसे में 141 से ज्यादा लोगों की जान गई है। वहीं, 177 लोगों को बचा लिया गया है। इस हादसे में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुल पर सवार 500 से अधिक लोग नदी में गिर गए। इस पुल की मरम्मत का कॉन्ट्रैक्ट ओरवा कंपनी (Oreva Manager) को दिया गया था। लेकिन अब इस कंपनी के कामकाज पर कई सवाल खड़े हो गए हैं।
पुलिस ने इस पुल हादसे के लिए जिम्मेदार 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में ओरेवा कंपनी के मैनेजर दीपक पारेख को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, अब उन्होंने कोर्ट के सामने एक अजीबोगरीब और अपमानजनक बयान दिया है। दीपक पारेख ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना इसलिए हुई क्योंकि यह भगवान की मर्जी थी। कंपनी के प्रबंध निदेशक से लेकर निचले स्तर के कर्मचारियों तक सभी ने कड़ी मेहनत की लेकिन यह भगवान की मर्जी थी कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई।”
मोरबी पुल हादसे (Morbi Bridge Accident) ने पूरे इलाके में कोहराम मचा दिया है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया। भीषण पुल हादसे में मरने वालों की संख्या ज्यादा होने से शहर के श्मशान में लंबी-लंबी कतारें लग गई हैं। अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को लंबा इंतजार करना पड़ा।
इतने बड़े संख्या में लोगों की जान जाने की वजह से कुछ जगहों पर चिता के लिए जगह नहीं बची है। शहर में 4 कब्रिस्तानों में कब्र खोदने के लिए 150 लोग हैं। कब्र खोदने का काम दिन-रात चलता रहा। इस हादसे में किसी ने अपना बेटा खो दिया, किसी ने भाई, किसी ने मां-बाप… कईयों की आंखों के सामने पल भर में उनके परिवार तबाह हो गए।