नई दिल्ली: ग्लोबल हंगर इंडेक्स-2022 में भारत (India) की स्थिति पिछले वर्ष से भी गंभीर है। बीते साल की तुलना में भारत छह पायदान निचे उतरा है। इस बीच, भुखमरी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी(Rahul Gandhi) ने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तीखा हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, “भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर। अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे कि भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है। ”
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे लिखा कि, “आरएसएस-बीजेपी कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमजोर करने का काम करेगी?” राहुल गांधी के साथ-साथ पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, पी. चिदंबरम समेत अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी सरकार पर भुखमरी को लेकर हमला बोलै है।
भूख और कुपोषण में भारत 121 देशों में 107वें स्थान पर!
अब प्रधानमंत्री और उनके मंत्री कहेंगे, ‘भारत में भुखमरी नहीं बढ़ रही है बल्कि दूसरे देशों में लोगों को भूख ही नहीं लग रही है।’
RSS-BJP कब तक असलियत से जनता को गुमराह कर, भारत को कमज़ोर करने का काम करेगी?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 16, 2022
क्या कोई और बहाना बच गया है: मल्लिकार्जुन खड़गे
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल किया कि, मोदी जी, क्या कोई और बहाना बच गया है? उन्होंने यह कहा कि, भूख सूचकांक में भारत फिर नीचे की ओर फिसल गया। जिन तथ्यों के कारण ये स्थिति पैदा हुई है बीजेपी उन्हें छिपाने का प्रयास कर रही है।
ग्लोबल हंगर इंडेक्स में 107 वें पायदान पर भारत
उल्लेखनीय है कि, आयरलैंड और जर्मनी के गैर-सरकारी संगठनों, कंसर्न वर्ल्डवाइड और वेल्ट हंगर हिल्फ ने शनिवार (15 अक्टबूर) को 121 देशों की ग्लोबल हंगर रिपोर्ट जारी की है। इस सूचि में भारत 107वें पर है। पिछले वर्ष भारत 101 स्थान पर था। गौर करने वाली बात यह है कि, भारत के मुकाबले पड़ोसी देश श्रीलंका (64), पाकिस्तान (99), बांग्लादेश (84) और नेपाल (81) की स्थिती हमारे मुकाबले कई अच्छी है।एशिया में भारत से पीछे केवल अफगानिस्तान ही है और वह 109वें नंबर पर है।
रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने क्या कहा?
बता दें कि, भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है। केंद्र सरकार ने शनिवार को कहा कि, ये रिपोर्ट न केवल जमीनी हकीकत से अलग है, बल्कि कोरोना महामारी के दौरान सरकार के किए गए कामों को जानबूझकर नजरअंदाज करती है। सरकार ने यह भी कहा कि, इसके जरिए भारत की छवि खराब करने का प्रयास किया गया है। साथ ही सरकार की ओर से कहा गया कि, हर साल गलत सूचना जारी करना ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) की पहचान लगती है।