कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने बृहस्पतिवार को कहा कि वह और पड़ोसी राज्य- बिहार और झारखंड के उनके समकक्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को सत्ता से बेदखल करने के लिए कई अन्य विपक्षी दलों के साथ हाथ मिलाएंगे। अपनी पार्टी के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा अपने अहंकार और लोगों के गुस्से के कारण घोर पराजय का सामना करेगी।
उन्होंने कहा, “मैं, नीतीश कुमार, हेमंत सोरेन और कई अन्य लोग 2024 में एक साथ आएंगे। सभी विपक्षी दल भाजपा को हराने के लिए हाथ मिलाएंगे। एक तरफ हम सब होंगे और दूसरी तरफ भाजपा। भाजपा को 300 सीटों के अहंकार का दंड मिलेगा। 2024 में ‘खेला होबे’।”
Kolkata, WB | In 2024 we will play a game that will start from Bengal. Hemant (Soren), Akhilesh (Yadav), Nitish (Kumar), I & other friends will unite then. How will they (BJP) form govt then? There’s no need for BJP govt: CM Mamata Banerjee pic.twitter.com/qfuGsyI2S8
— ANI (@ANI) September 8, 2022
‘खेला होबे’ (खेल जारी है) पिछले साल विधानसभा चुनावों के दौरान टीएमसी का सशक्त नारा था, जिसमें उसने (टीएमसी ने) भाजपा को हराकर लगातार तीसरी बार सत्ता में वापसी की थी। बनर्जी ने दावा किया कि ‘‘हाल ही में बंगाल पुलिस ने झारखंड के विधायकों को बहुत अधिक नकदी के साथ गिरफ्तार करके” पड़ोसी राज्य में खरीद-फरोख्त को रोका और हेमंत सोरेन सरकार को गिरने से बचाया।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के पंचला में 30 जुलाई को झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों के वाहन को रोककर उससे लगभग 49 लाख रुपये नकद बरामद किये गये थे और तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर लिया गया था। विधायकों ने दावा किया था कि यह पैसा उनके राज्य (झारखंड) में एक आदिवासी त्योहार के लिए साड़ियां खरीदने के वास्ते था।
झारखंड में झामुमो के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा रही कांग्रेस ने दावा किया है कि भाजपा विधायकों को 10-10 करोड़ रुपये और मंत्री पद की पेशकश करके हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की कोशिश कर रही थी।
बनर्जी ने कहा, “भाजपा को लगता है कि वह हमें सीबीआई और ईडी से डरा सकती है, लेकिन जितना अधिक वे लोग इस तरह के हथकंडे अपनाएंगे, उतना ही अगले साल के पंचायत चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनावों में हार के करीब पहुंचेंगे।”
उन्होंने विभिन्न मामलों में केंद्रीय एजेंसियों द्वारा वरिष्ठ नेताओं पार्थ चटर्जी और अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी के बाद उनके और उनकी पार्टी के नेताओं के खिलाफ कथित रूप से दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने के लिए विपक्ष, विशेष रूप से भाजपा और मीडिया के एक वर्ग की आलोचना की। (एजेंसी)