नई दिल्ली/मणिपुर. जहां एक तरफ मणिपुर (Manipur) के वायरल वीडियो n(Viral Video) पर देश के सर्वोच्च न्यायलय ने भी अब अपना दुःख जताया है। वहीं केंद्र-राज्य सरकार को फटकार लगाते हुए मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि, यह स्वीकार करने योग्य नहीं है, जो वीडियो सामने आए हैं वह काफी चिंताजनक हैं। CJI ने सख्त टिप्पणी करते हुए कहा कि इस मामले में मई में ही एक्शन हो जाना चाहिए था, ऐसे मुद्दे नज़रअंदाज नहीं किए जा सकते हैं।
इधर मामले पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी (Asaduddin Owaisi) ने भी अपना रोष व्यक्त करते हुए कहा कि, प्रधानमंत्री को 2 महीने के बाद ख्याल आया कि वहां कूकी समुदाय के लोगों का नरसंहार हो रहा है। उन्होंने मजबूरी में प्रतिक्रिया दी है, क्योंकि वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हो रहा है कि किस प्रकार से वहां महिलाओं को पुलिस की गिरफ्त से निकाल कर उनके साथ बर्बरता की गई है।
#WATCH | Speaking on Manipur, AIMIM MP Asaduddin Owaisi says, “…PM was compelled to react on the video because it has become viral now…Genocide is going on there…Justice will prevail only when the CM is removed and the PM orders CBI inquiry.” pic.twitter.com/L2ZZTpBALe
— ANI (@ANI) July 20, 2023
बताते चलें कि, मणिपुर पुलिस ने सेनापति जिले के एक गांव में दो जनजातीय महिलाओं को निर्वस्त्र कर परेड कराने और भीड़ द्वारा उनसे छेड़छाड़ करने संबंधी चार मई के वीडियो में नजर आ रहे मुख्य आरोपियों में से एक को आज यानी गुरूवार को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल घटना का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की कई टीम का गठन किया गया था। विडियो में दिख रहे एक व्यक्ति जिसे इस घटना का कथित मुख्य साजिशकर्ता कहा जा रहा है, उसे थाउबल जिले से गिरफ्तार किया गया। आरोपी 26 सेकंड के इस वीडियो क्लिप में वह प्रमुखता से नजर आ रहा है।
जानकारी के अनुसार राज्य के कांगकोपी जिले में यह मामला बीते 4 मई को घटित हुआ था, जब राज्य में इस हिंसा की शुरुआत ही हुई थी। वीडियो में साफ़ देखा जा सकता है कि एक समुदाय के लोगों ने दो महिलाओं को निर्वस्त्र किया और फिर सड़क पर घुमाया। इस दौरान महिलाओं का यौन शोषण और उनका रेप भी होने की खबर है।