नई दिल्ली: संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में पुलिस की कार्रवाई जारी है। ऐसे में पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले के सभी आरोपितों के मोबाइल का पता लगाई है। अरोपियों के मोबाइल और उसके पार्ट्स राजस्थान से बरामद किया गया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, सभी फोन जले हुए हालत में पाए गए। ललित झा के पास सभी अभियुक्तों के फोन थे।
क्या हुआ था
बता दें कि13 दिसंबर दिन बुधवार को संसद शीतकालीन सत्र में लोकसभा की कार्रवाई के दौरान दो सख्श विजिटर गैलरी में कूद गए थे। एक सख्श पीठासीन के तरफ जाने लगा तभी सांसदो ने उसे पकड़ कर पिटाई की और सुरक्षाकर्मी के हवाले कर दिया। वहीं दूसरे ने जूते में रखे स्मोक केन को बाहर निकाल कर सदन में धुआं-धुआं कर दिया। वहीं दो सख्श सदन के अंदर तो दो सख्श सदन के बाहर पीले और लाल रंग का स्मोक छोड़ा। पुलिस ने इन सभी को पकड़ कर हिरासत में ले लिया था।
Parliament Security Breach | According to the Police, phone parts of all the accused have been recovered from Rajasthan. All the phones were found in burnt condition. Lalit Jha had the phones of all the accused: Delhi Police Sources https://t.co/XdMIkMsdy0 pic.twitter.com/Ye9UBf9omI
— ANI (@ANI) December 17, 2023
संसद सुरक्षा उल्लंघन की असली वजह
पुलिस ने संसद सुरक्षा उल्लंघन मामले में मुख्य आरोपी ललित झा समेत कुल छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इन आरोपियों पर यूएपीए यानी की देश द्रोह का मामला दर्ज की पुलिस इन्कावयरी कर रही है। आरोपियों से भी पूछताछ जारी है। हालांकि सभी आरोपियों के अलग अलग बयान सामने आ रहे हैं, जिससे संसद में सुरक्षा उल्लंघन की असली वजह का पता नहीं लग पाई है।
#WATCH | On Parliament security breach incident, Congress leader Salman Khurshid says, ” What happened was a very serious incident, shouldn’t BJP be speaking about the incident to everyone?…we just want them to accept the fact that something wrong happened and what steps… pic.twitter.com/Dz6L6BxIVf
— ANI (@ANI) December 17, 2023
कांग्रेस नेता ने उठाया सवाल
संसद सुरक्षा उल्लंघन की घटना पर कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद कह कि क्या हुआ एक बहुत ही गंभीर घटना थी, क्या बीजेपी को इस घटना के बारे में हर किसी के लिए नहीं बोलना चाहिए? हम बस उन्हें इस तथ्य को स्वीकार करना चाहिए कि कुछ गलत हुआ और क्या हुआ और क्याें हुआ इस बारे में वे कदम उठा रहे हैं। किसने उन घुसपैठियों को पास दिया? जो उनसे जुड़ा हुआ है? यह महत्वपूर्ण नहीं है कि घुसपैठियों का अनुसरण करते हैं, लेकिन मुद्दा यह है कि उन्हें ऐसा करने का मौका कैसे मिला।