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आज एलोपैथी के खिलाफ पतंजलि के भ्रामक विज्ञापन मामले में सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई हुई. इस बाबत बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए.

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नई दिल्ली: पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali) भ्रामक विज्ञापन मामले में आज सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में फिर से सुनवाई की। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी ली। वहीं आज इस मामले में बाबा रामदेव (Baba Ramdev) और आचार्य बालकृष्ण (Balkrishna) मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में पेश हुए। मामले की सुनवाई दौरान योगगुरु रामदेव की तरफ से पेश हुए वकील ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि पतंजलि ने जो माफीनामा पेपर में दिया था, उसे रजिस्ट्री में जमा करा दिया गया है।

मुकुल रोहतगी ने अखबार में छपे माफीनामे को अदालत में दिखाया। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इस माफीनामे को देखने के बाद बाबा रामदेव के प्रति आज थोड़ी नरमी बरती। इसके बाद बाबा रामदेव की ओर से पेश हुए वकील मुकुल रोहतगी ने अगली सुनवाई में रामदेव और बालकृष्ण के पेशी से छूट मांगी। इस पर अदालत ने कहा ठीक है। लेकिन यह केवल अगली सुनवाई के लिए पेशी से छूट है। इस तरह सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया कि। केवल अगली सुनवाई के लिए ही पेशी से छूट दी गई है।

इसके साथ ही आज उत्तराखंड सरकार ने दवाओं के भ्रामक विज्ञापन को लेकर उठाए गए कदमों पर हलफनामा कोर्ट के सामने पढ़ा। जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट ने धामी सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने पूछा कि, आप लोग बीते पिछले 9 माह से क्या कर रहे थे? राज्य सरकार की अब हम मौखिक कोई बात नहीं मानेंगे। सिर्फ हलफनामे में सबकुछ बताइए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, राज्य प्राधिकार का रवैया इस बाबत बहुत ही शर्मनाक है। सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार को नया और सही हलफनामा दाखिल करने के लिए अगले 10 दिनों का समय दिया।

बताते चलें कि, उत्तराखंड लाइसेंसिंग प्राधिकरण ने बीते सोमवार को ही 14 पतंजलि प्रोडक्ट्स के लाइसेंस तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिए। सुप्रीम कोर्ट में दायर एक हलफनामे में लाइसेंसिंग संस्था के अनुसार पतंजलि की दिव्य फार्मेसी द्वारा निर्मित 14 उत्पादों के लाइसेंस अब निलंबित कर दिए हैं। इन बैन लगाए गए उत्पादों में दिव्य फार्मेसी की दृष्टि आई ड्रॉप, स्वासारि गोल्ड, स्वासारि वटी, ब्रोंकोम, स्वासारि प्रवाही, स्वासारि अवलेह, मुक्ता वटी एक्स्ट्रा पावर, लिपिडोम, बीपी ग्रिट, मधुग्रिट, मधुनाशिनी वटी एक्स्ट्रा पावर, लिवामृत एडवांस, लिवोग्रिट और आईग्रिट गोल्ड भी शामिल हैं।