नई दिल्ली. आज यानी रविवार 30 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने देश के लोगों से 94वीं बार अपनी ‘मन की बात’ (Mann Ki Baat) की है। वहीं इस दौरान उन्होंने देशवासियों को छठ पर्व की बधाई दी है। इसके साथ ही, उन्होंने आज ही कहा कि, यह त्योहार एक भारत श्रेष्ठ भारत का उदाहरण है।
PM मोदी की शुभकामनाएं
आज ‘मन की बात’ में PM मोदी ने कहा कि, आज देश के कई हिस्सों में सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। आज छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने गांव, अपने घर, अपने परिवार के बीच पहुंचे हैं। सभी के लिए मेरी प्रार्थना है कि छठ मइया सबकी समृद्धि, सबके कल्याण का आशीर्वाद दें।
आज सूर्य उपासना का महापर्व छठ मनाया जा रहा है। यह परंपरा इस बात का प्रमाण है कि हमारी संस्कृति और आस्था का प्रकृति से कितना जुड़ाव है। मेरी प्रार्थना है कि छठी मइया सबकी समृद्धि और सबके कल्याण का आशीर्वाद दें। #MannKiBaat pic.twitter.com/LCRInrFLS0
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2022
इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, छठ का पर्व एक भारत-श्रेष्ठ भारत का भी उदाहरण है। आज बिहार और पूर्वांचल के लोग देश के जिस भी कोने में हैं, वहां धूमधाम से इस छठ पर्व का आयोजन हो रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पहले गुजरात में छठ पूजा नहीं होती थी, लेकिन अब समय के निटने साथ आज करीब-करीब पूरे गुजरात में ही छठ पूजा के रंग नजर आने लगे हैं। यह देखकर मुझे भी सच में बहुत खुशी होती है। वहीं अब हम देखते हैं कि विदेशों से भी छठ पूजा की कितनी भव्य तस्वीरें आती हैं।
सौर ऊर्जा हैसूर्य देव का वरदान
आज अपनी ‘मन की बात’ के दौरान PM मोदी ने कहा कि सूर्य देव का वरदान है ‘सौर ऊर्जा’। दरअसल सोलर एनर्जी आज एक ऐसा विषय है, जिसमें आज सम्पूर्ण दुनिया अपना भविष्य देख रही है और वहीं हमारे देश भारत के लिए तो सूर्य देव सदियों से उपासना ही नहीं जीवन पद्धति का भी केंद्र रहे हैं।
गुरुपुरब और कार्तिक पूर्णिमा की बधाई
इसके साथ ही उन्होंने गुरुपुरब पर कहा कि, आने वाले 8 नवम्बर को गुरुपुरब है।गुरु नानक जी का प्रकाश पर्व जितना हमारी आस्था के लिए महत्वपूर्ण है, उतना ही हमें इससे सीखने को भी मिलता है।गुरु नानकदेव जी ने अपने पूरे जीवन, मानवता के लिए प्रकाश फैलाया। हमें हमारे गुरुओं के विचारों से लगातार सीखना है, उनके लिए समर्पित रहना है।इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा का भी है, इस दिन हम तीर्थों में, नदियों में, स्नान करते हैं, सेवा और दान करते हैं।मैं आप सभी को इन पर्वों की हार्दिक बधाई देता हूं।