photo credit ani
photo credit ani

    Loading

    महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुणे पहुंच संत तुकाराम शिला मंदिर का लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने इस दौरान मंदिर में संत तुकाराम महाराज के दर्शन किए। इस दौरान एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, संत तुकाराम जी की दया, करुणा और सेवा का वो बोध उनके ‘अभंगों’ के रूप आज भी हमारे पास है। इन अभंगों ने हमारी पीढ़ियों को प्रेरणा दी है। जो भंग नहीं होता, जो समय के साथ शाश्वत और प्रासंगिक रहता है, वही तो अभंग होता है। पीएम मोदी ने आगे कहा, हमारी राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए आज ये हमारा दायित्व है कि, हम अपनी प्राचीन पहचान और परम्पराओं को चैतन्य रखें। इसलिए आज जब आधुनिक टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर भारत के विकास का पर्याय बन रहा है तो, हमें ये सुनिश्चित करना हैं कि, हमारी विकास और विरासत दोनों एक साथ आगे बढ़ें।

    उन्होंने कहा, अभी कुछ महीनें पहले ही मुझे पालकी मार्ग में 2 राष्ट्रीय राजमार्ग को फोरलेन करने के लिए शिलान्यास का अवसर मिला था। श्री संत ज्ञानेश्वर महाराज पालकी मार्ग का निर्माण 5 चरणों में होगा और संत तुकाराम पालकी मार्ग का निर्माण 3 चरणों में पूरा किया जाएगा। इन सभी चरणों में 350 किमी से अधिक लंबाई के हाईवे बनेंगे और इस पर 11000 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किया जाएगा। इन प्रयासों से राज्य के इन क्षेत्रों को विकास के नए आयाम मिलेगें।

    प्रधानमंत्री ने आगे कहा, हमारे शस्त्रों में कहा गया है कि, मनुष्य जन्म में सबसे दुर्लभ संतों का सत्संग करता है, संतों की अनुभूति हो गई तो ईश्वर की अनुभूति अपने आप हो जाती है। आज देहू की इस पवित्र तीर्थ-भूमि पर आकर मुझे ऐसी ही अनुभूति हो रही है। देहू का शिला मंदिर न केवल भक्ति की शक्ति का एक केंद्र है बल्कि भारत के सांस्कृतिक भविष्य को भी प्रशस्त करता है। मोदी ने कहा हमें गर्व है कि, हम दुनिया की प्राचीनतम जीवित सभ्यताओं में से एक हैं। इसका श्रेय भारत की संत परंपरा और भारत के ऋषियों मुनियों को जाता है।