नई दिल्ली: द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने आज भारत के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण किया। वह भारत की 15वीं राष्ट्रपति बन गई हैं। भारत के प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति (CJI NV Ramana) एनवी रमण ने द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं। वह इससे पहले झारखंड की राज्यपाल भी रही हैं।
CJI NV Ramana administers oath of office, President-elect Droupadi Murmu becomes the 15th President of India.
She is the second woman President of the country, first-ever tribal woman to hold the highest Constitutional post and the first President to be born in independent India pic.twitter.com/qXd9Kzcg2z
— ANI (@ANI) July 25, 2022
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) देश की सबसे कम उम्र की व पहली आदिवासी राष्ट्रपति हैं। वह आजादी के बाद जन्म लेने वाली भारत की पहली राष्ट्रपति हैं। वहीं, शपथ ग्रहण से पहले द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के स्मारक स्थल ’राजघाट’ पहुंचीं और पुष्पांजलि अर्पित की।
द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) ने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद कहा, ‘मैं देश की पहली ऐसी राष्ट्रपति हूं, जिसका जन्म स्वतंत्र भारत में हुआ था। स्वतंत्र भारत के नागरिकों के साथ हमारे स्वतंत्रता सेनानियों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें अपने प्रयासों में तेजी लानी होगी। द्रोपदी मुर्मू ने कहा, मेरा जन्म ओडिशा के एक आदिवासी गांव में हुआ। लेकिन देश के लोकतंत्र की यह शक्ति है कि मुझे यहां तक पहुंचाया।’
द्रोपदी मुर्मू ने कहा, ‘मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है, जब हम अपनी आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं। आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा। ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है।’
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं देश की ऐसी पहली राष्ट्रपति भी हूँ जिसका जन्म आज़ाद भारत में हुआ है। हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं, उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है। ”
उन्होंने कहा कि इन 25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों…. सबका प्रयास और सबका कर्तव्य पर आगे बढ़ेगा। मुर्मू ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति के पद तक पहुँचना, मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, ये भारत के प्रत्येक गरीब की उपलब्धि है। मेरा निर्वाचन इस बात का सबूत है कि भारत में गरीब सपने देख भी सकता है और उन्हें पूरा भी कर सकता है।”
मुर्मू ने शपथ ग्रहण समारोह से पहले राजघाट स्थित महात्मा गांधी के स्मारक पर सोमवार को सुबह पुष्पांजलि अर्पित की। शपथ ग्रहण समारोह में जाने से पहले द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन पहुंचीं जहां निर्वतमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उनका स्वागत किया।
संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह से पहले, निवर्तमान राष्ट्रपति और निर्वाचित राष्ट्रपति संसद पहुंचे। उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, संसद सदस्य आदि समारोह में शामिल हुए।