नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान होने से पहले कांग्रेस की राष्ट्रीय मीडिया को-ऑर्डिनेटर राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, मैंने हमेशा सुना है कि कांग्रेस राम विरोधी, सनातन विरोधी और हिंदू विरोधी है लेकिन मैंने कभी इस पर विश्वास नहीं किया। महात्मा गांधी हर बैठक की शुरुआत रघुपति राघव राजा राम से करते थे। जब मैं अपनी दादी के साथ राम मंदिर गई और वहां से लौटने के बाद मेरा हकीकत से सामना हुआ। मैंने अपने घर के दरवाजे पर ‘जय श्री राम’ का झंडा लगाया और उसके बाद कांग्रेस पार्टी मुझसे नफरत करने लगी। जब भी मैंने फोटो या वीडियो पोस्ट किए, मुझे डांटा गया और पूछा गया कि जब चुनाव प्रक्रिया चल रही थी तो मैं अयोध्या क्यों गई।
राधिका खेड़ा ने आगे कहा, मैं 3 साल से लगातार प्रियंका गांधी और राहुल गांधी से समय मांग रही हूं। उनका ऑफिस हमेशा इधर-उधर भेज देता था। न्याय के दौरान भी राहुल गांधी किसी से नहीं मिले वे आते थे अपनी यात्रा में 5 मिनट हाथ हिलाते थे और जाकर बैठ जाते थे। वे कार्यकर्ता से नहीं मिलते थे। उनको न्याय यात्रा केवल कहने के लिए करनी थी। मुझे लग रहा है कि उनको ट्रैवल ब्लॉगर बनने का शौक है और वे वहां ट्रैवल ब्लॉगिंग कर रहे थे, मैंने लगातार प्रियंका गांधी के ऑफिस से संपर्क बनाने की कोशिश की पर वे किसी से नहीं मिलती। ऐसा प्रियंका चतुर्वेदी के साथ हुआ, अर्चना गौतम को कांग्रेस कार्यलय के बाहर पीटा गया। जो लोग मणिपुर और कर्नाटक की बात करते हैं वे खुद अपने घर में लड़कियों को पीट रहे हैं।
#WATCH | Delhi: On her resignation from the Congress party, Radhika Khera says "On 30th April, when I went to talk to media chairman of Chhattisgarh Congress- Sushil Anand Shukha, but he started misbehaving with me and abusing me. I screamed a lot. I also shouted and told people… pic.twitter.com/yhGJbHIXMA
— ANI (@ANI) May 6, 2024
मेरे साथ कांग्रेस कार्यालय में हुई अभद्रता
मीडिया से बात करते हुए राधिका खेड़ा ने कहा, राम लला की जन्मभूमि श्री अयोध्या धाम हम सभी के लिए बहुत पवित्र स्थान है और मैं खुद को वहां जाने से नहीं रोक सकी। लेकिन वहां जाने का मुझे इतना विरोध सहना पड़ेगा यह मैंने कभी नहीं सोचा था। मेरे साथ छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में अभद्रता हुई, मुझे वहां कमरे में बंद कर दिया गया, मैं छोटे से लेकर बड़े से बड़े नेतृत्व तक चीखती-चिल्लाती रही, लेकिन मुझे न्याय नहीं मिला, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि रामलला मुझे न्याय जरूर देंगे।