नागपुर डेस्क : महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक ( Nashik) में कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने एक तरह से कांग्रेस सरकार के साथ-साथ इंडिया गठबंधन का एक बड़ा विजन पेश करने की कोशिश की। राहुल गांधी ने कर्जामाफी, फसल बीमा योजना के पुनर्गठन, कृषि उत्पादों के निर्यात आयात नीतियों में संशोधन और कृषि को जीएसटी से बाहर करने का ऐलान करके किसानों को अपने पाले में खींचने की कोशिश की। कांग्रेस को लगता है कि कांग्रेस अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार के द्वारा किसानों का 70 हजार करोड़ रुपये का कर्जा माफी वाली पॉलिसी के साथ ये नए ऑफर किसानों को साथ ला सकते हैं।
गुरुवार को राहुल गांधी कहा कि विपक्षी दलों का गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया) अगर सत्ता में आता है, तो वह किसानों की आवाज बनेगा और ऐसी नीतियां बनाएगा, जो उनकी सुरक्षा में सहायक हों।
नासिक की रैली में राहुल गांधी कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के तहत राकांपा (शरद पवार ) प्रमुख शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत के साथ महाराष्ट्र के नासिक जिले के चंदवाड में किसान रैली को संबोधित करके अपना एक बड़ा विजन पेश करने की कोशिश की। साथ ही कहा कि सत्ता में आने पर किसानों के लिए ऋण माफी की जाएगी। साथ ही किसानों को लाभ पहुंचाने के लिए फसल बीमा योजना का पुनर्गठन किया जाएगा। इसके अलावा निर्यात आयात नीतियों के निर्माण में फसल की कीमतों की रक्षा करने और कृषि को जीएसटी से बाहर करने की कोशिश करने का एक बड़ा सपना दिखाया। साथ ही केवल एक ही कर पर काम करने का वादा कर डाला।
नासिक की रैली में राहुल गांधी ने किसानों को एक बड़ा विजन पेश करके कांग्रेस की सत्ता में वापसी की कोशिश की है। ताकि स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी दी जा सके।
जनसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट के अनुसार, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी गारंटी देने के कांग्रेस के वादे को भी दोहराते हुए कहा कि मोदीजी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने उद्योगपतियों का 16 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया है, जो कि मनरेगा के 24 वर्षों के (बजट के) बराबर है, जिसके तहत गरीब लोगों को रोजगार देने के लिए हर साल 35 हजार करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की अगुवाई वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) की पिछली सरकार ने किसानों का 70 हजार करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया था।
केंद्र किसानों के प्रति उदासीनः राहुल गांधी ने रैली के दौरान ‘अग्निपथ’ योजना की आलोचना करते हुए कहा कि अग्निवीरों को न पेंशन मिलेगी और न शहीद का दर्जा। ऐसे में हमारे देश के लिए कौन लड़ना चाहेगा। उन्होंने कहा, जैसे सैनिक हमारे देश की सीमाओं की रक्षा करते हैं, वैसे ही किसान देश में नागरिकों की रक्षा करते हैं। अगर हम अपने जवानों और किसानों की रक्षा नहीं करते हैं, तो देश प्रगति नहीं कर सकता है।
इस रैली में राकांपा (एनसीपी) नेता शरद पवार ने किसान और कृषि क्षेत्र की दशा को लेकर केंद्र सरकार पर उदासीन रवैया अख्तियार करने का आरोप लगाया और कहा कि मोदी सरकार केवल किसानों को साल में कुछ पैसे देकर खुशहाल करने का दावा करती है, जबकि हकीकत इससे अलग है।
वहीं शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि उनकी पार्टी महा विकास आघाडी (एमवीए) के साथ लोगों के हितों के लिए संघर्ष में राहुल गांधी के साथ खड़ी हैं। महाराष्ट्र में किसानों को बेहतर सुविधा देने के लिए हम सबको साथ आना होगा और मजबूती के साथ केन्द्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनानी होगी।