नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) भारत के 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर कर्तव्य पथ पर देश की आन, बान और शान को प्रदर्शित करने वाली परेड के साक्षी बने और इसी के साथ वह ऐसे वैश्विक नेताओं के समूह में शामिल हो गए हैं जिन्होंने पिछले सात दशकों में देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व में शिरकत की है। मैक्रों समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। यह छठी बार है जब फ्रांस के किसी नेता को गणतंत्र दिवस परेड में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया है। भारत हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर वैश्विक नेताओं आमंत्रित करता है। तो आज जानते है कि पिछले 10 सालों में किन-किन देशों के नेताओं ने देश के सबसे बड़े राष्ट्रीय पर्व में शिरकत की है।
2023 में आए थे मिस्र के राष्ट्रपति
साल 2023 में इस गणतंत्र दिवस समारोह में मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने शिरकत की थी। भारत के 74वें गणतंत्र दिवस परेड में अब्देल फतह अल-सिसी मुख्य मेहमान के रूप में शामिल हुए थे। वह मिस्र के पहले राष्ट्रपति थे जिन्हें गणतंत्र दिवस परेड में आमंत्रित किया गया था।
कोरोना महामारी के कारन दो साल नहीं शामिल हुए विश्व के नेता
साल 2020 में दुनिया में कोविड महामारी ने कहर मचा कर रखा था। जिसकी वजह से कई लोगों ने अपनी जान भी गवानी पड़ी थी। कोरोना महामारी को देखते हुए साल 2021 और 2022 में गणतंत्र दिवस समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं थे।
साल 2020 में ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। 71वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में बोल्सोनारो ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य नेताओं के साथ राजपथ पर रंगीन परेड देखी थी। यह तीसरी बार था जब ब्राजील का कोई राष्ट्रपति गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि रूप में आये थे। इससे पहले आखिरी बार ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला दा सिल्वा 2004 में मुख्य अतिथि की रूप में परेड में शामिल हुए थे।
2019 में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा आये थे
साल 2019 के गणतंत्र दिवस के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा शामिल हुए थे। इसके साथ ही सिरिल रामफोसा नेल्सन मंडेला समेत विश्व के उन चुनिंदा नेताओं में शामिल हो गए, जिन्होंने पिछले कुछ दशकों में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाई। 28 साल पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के रूप में नेल्सन मंडेला के शामिल हुए थे। उनके बाद सिरिल रामफोसा गणतंत्र दिवस समारोह की शोभा बढ़ाने वाले दूसरे अफ्रीकी राष्ट्रपति बने।
2018 में सभी 10 आसियान देशों के नेताओं ने समारोह लिया था हिस्सा
वहीं, साल 2018 में भारत के 69वें गणतंत्र दिवस समारोह में राजपथ पर आयोजित रंगारंग समारोह में आसियान के 10 देशों के राष्ट्र-प्रमुखों और शासनाध्यक्षों ने मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लिया था। इन मुख्य अतिथियों में ब्रुनेई के सुल्तान हाजी-हसनल-बोल्किया मुइज्जाद्दीन वदाउल्लाह, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विदोदो, फिलीपीन के राष्ट्रपति रोड्रिगो रोआ डूतरेत, कंबोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन, सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सिएन लूंग, मलेशिया के प्रधानमंत्री दातो स्री मोहम्मद नजीब बिन तुन अब्दुल रज़ाक, थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रयुत छान-ओ-चा, म्यांमार की स्टेट काउंसलर आंग सांग सू ची, वियतनाम के प्रधानमंत्री नग्युएन जुआन फूक और लाओ पीडीआर के प्रधानमंत्री थोंगलोंन सिसोलिथ शामिल थे. आसियान नेताओं में कुछ के साथ उनके उनकी पत्नियां शामिल हुई थीं।
68 गणतंत्र दिवस में अबू धाबी के मेहमान ने की थी शिरकत
जबकि, भारत के 68 गणतंत्र दिवस समारोह साल 2017 में अबू धाबी के युवराज शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान समारोह में मुख्य अतिथि थे।
67 गणतंत्र दिवस समारोह में आये थे फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद
जबकि 2016 में भारत के 67 गणतंत्र दिवस समारोह में तत्कालीन फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद मुख्य अतिथि थे। यह पांचवीं बार था जब कोई फ्रांसीसी नेता भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुआ था। आज तक के भारत के इतिहास में फ्रांस के राष्ट्रपति सबसे ज्यादा बार इस समारोह में शामिल हो चुके है। इससे पहले उस देश के नेता 1976, 1980, 1998 और 2008 में गणतंत्र दिवस समारोहों में मुख्य अतिथि थे।
बराक ओबामा शामिल हुए थे 66 गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल
उससे पहले 2015 में भारत के 66 गणतंत्र दिवस समारोह में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा शामिल हुए थे। इसके साथ ही बराक ओबामा गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि बनने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बन गए थे। ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने पीएम मोदी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ विभिन्न वर्दी में सैन्य टुकड़ियों के रंगीन प्रदर्शन को देखा था।
2014 में शामिल हुए थे जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे
जापान के प्रधान मंत्री शिंजो आबे 65वें गणतंत्र दिवस परेड में मुख्य अतिथि थे। वे जापान के पहले प्रधान मंत्री बने जो इस समारोह में शामिल हुए थे।
2013 में भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक थे मुख्य अतिथि
भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक 64वें गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। इसके साथ ही वे इस समारोह की शोभा बढ़ाने वाले तीसरे राजा थे। राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक के पहले उनके पिता जिग्मे सिंग्ये वांगचुक और दादा जिग्मे दोरजी वांगचुक मुख्य अतिथि के रूप में गणतंत्र समारोह में शामिल हुए थे।