नई दिल्ली. सुबह की एक अन्य बड़ी खबर के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) आज यूक्रेन (Ukraine) के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बात करेंगे। जी हाँ सरकारी सूत्रों के हवाले से आ रही खबर के अनुसार खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की (Zelensky) से फोन पर बात करने वाले हैं।
PM Narendra Modi to speak to Ukrainian President Zelenskyy on the phone today: GoI sources
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— ANI (@ANI) March 7, 2022
पता हो कि रूस से जंग के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने बीते शनिवार को भारत के PM नरेंद्र मोदी को फोन किया था। इस दौरान उन्होंने यूक्रेन के हालात बताते हुए भारत से मदद की भी मांग की थी । वहीँ इससे पहले PM नरेंद्र मोदी की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी इस बाबत बात की थी।
इधर यूक्रेन से निकाले गए 160 भारतीय छात्रों को लेकर हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट से एक स्पेशल फ्लाइट फिलहाल दिल्ली पहुंची है। उधर, बुडापेस्ट में मौजूद खुद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि और भी छात्रों को हंगरी लाने के लिए चार बसें सीमा पार से पोल्टावा (यूक्रेन) भेजी जा रही हैं। वहीं, आज 7 उड़ानें 1200 भारतीय नागरिकों को ला रही हैं।
#RussiaUkraine | A special flight, carrying 160 Indian evacuees from Ukraine, lands in Delhi from Budapest in Hungary.#OperationGanga pic.twitter.com/wLsIfWHoZl
— ANI (@ANI) March 6, 2022
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन जंग का आज 12वां दिन शुरू है। लेकिन अब तक दोनों देशों के बीच दो दौर की बातचीत हुई लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। वहीँ आज दोनों देशों के बीच शांति के प्रयासों को लेकर तीसरे दौर की भी एक बैठक होगी।
वहीं इन सबके बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि यूक्रेनी अधिकारियों के पास एक अहम् योजना है, अगर राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की देश में चल रहे रूसी सैन्य अभियान का शिकार भी हो जाते हैं और उनकी मौत भी हो जाती है तो यूक्रेन के पास एक योजना है जिसकी वजह से यूक्रेन में वहां की सरकार कायम रहेगी।
इसके साथ ही यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने यह बड़ा दावा किया है कि रूस के आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए 52 देशों के लगभग 20 हजार स्वयंसेवकों को यूक्रेन भेजा जा रहा है। हालाँकि पोलैंड ने अपने विमान चालकों यूक्रेन भेजने और अपने हवाई क्षेत्रों के इस्तेमाल की इजाजत देने से अब साफ़ इनकार कर दिया है।