Wrestlers Protest Sakshi Malik
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नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ महिला पहलवान का संघर्ष जारी है। इसे लेकर पहलवान साक्षी मलिक (Sakshi Malik) ने एक वीडियो जारी किया है। विडियो में उन्होंने बृजभूषण सिंह पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि नाबालिग महिला पहलवान के परिवार को धमकी दी गई थी, जिसके बाद उसने अपना बयान बदल दिया। 

उन्होंने कहा कि नाबालिग महिला पहलवान ने पुलिस के सामने 161 और मजिस्ट्रेट के सामने 164 में बयान दिया था। लेकिन उसके परिवार को डराया धमकाया गया, जिसके बाद उसने बयान बदल लिया। 

हमारा आंदोलन राजनीति से प्रेरित नहीं

साक्षी मलिक ने यह भी कहा कि हमारा आंदोलन राजनीति से प्रेरित नहीं है, कांग्रेस का भी इसमें कोई हाथ नहीं था। जब पहली बार जनवरी में हमने आंदोलन किया था, तो उस आंदोलन की परमिशन बीजेपी के 2 लीडर्स ने दिलाई थी। जिसका सबूत भी है।

https://twitter.com/PTI_News/status/1670030113818427392 

हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं..,

मलिक ने कहा कि हमने बार-बार कहा कि हमारी लड़ाई सरकार के खिलाफ नहीं, बल्कि फेडरेशन के खिलाफ थी। उन्होंने यह भी कहा, “हम इतने दिनों तक चुप रहने का कारण यह था कि हममें एकता की कमी थी। हम कभी एक नहीं हो सकते थे। 

पिछले 12 साल से महिला पहलवानों से छेड़छाड़ की जा रही थी: सत्यव्रत कादियान

साक्षी मलिक के पति सत्यव्रत कादियान ने इस वीडियो में कहा कि हमारे खिलाफ अफवाएं फैलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि कुश्ती से जुड़े 90 फीसदी लोगों को पता है कि पिछले 12 साल से महिला पहलवानों से इस तरह की छेड़छाड़ की जा रही थी। कई लोग इसके खिलाफ आवाज उठाना चाहते थे, लेकिन हमारी रेसलिंग कमेटी में एकता की कमी थी। अगर किसी ने आवाज उठाने की कोशिश भी की तो ये बात कुस्ती संघ के अध्यक्ष (बृजभूषण सिंह) तक पहुंचती थी और उसके करियर में दिक्कत आना शुरू हो जाती थी।

पहलवान सत्यव्रत कादियान ने कहा “जनवरी में जंतर मंतर पर हमारे पहले विरोध की अनुमति दो भाजपा नेताओं, तीरथ राणा और बबीता फोगट ने ली थी। तो कांग्रेस द्वारा हमारा विरोध कैसे किया जा सकता है?”