Kerala Assembly

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तिरुवनंतपुरम: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल विधानसभा में विपक्ष के नेता वी.डी. सतीशन (V.D. Satishan) ने विधानसभा (Assembly) में हालिया हाथापाई की घटना का वीडियो बनाने के संबंध में अपने कुछ निजी कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के लिए बृहस्पतिवार को राज्य विधानमंडल सचिवालय की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष को डराने और धमकाने का एक प्रयास है। 

कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस कदम के पीछे मुख्यमंत्री पिनरायी विजयन (Pinarayi Vijayan) का हाथ है। सतीशन ने दावा किया कि विधानमंडल सचिवालय के पास, मंत्रियों और माकपा के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ विधायकों के कर्मचारियों को नोटिस जारी करने की हिम्मत नहीं है, जबकि उसके पास यह सबूत है कि सत्तारूढ़ विधायकों के कर्मचारियों ने अपने मोबाइल फोन में हाथापाई का वीडियो रिकॉर्ड किया था। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘सचिवालय के निचले स्तर के अधिकारियों ने विपक्ष के नेता के निजी कर्मचारियों तक को नोटिस दिया है। नोटिस में गलत नाम और पदनाम हैं। नोटिस ऐसे कर्मचारियों के नाम पर भी भेजा गया, जो कर्मचारी हैं ही नहीं।” 

नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा अध्यक्ष ए.एन. शमसीर से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की। विधानसभा परिसर में मार्च के दौरान विपक्षी यूडीएफ विधायकों के एक वर्ग ने विधानसभा अध्यक्ष शमसीर पर सदन में पक्षपात करने का आरोप लगाते हुए उनके कार्यालय तक मार्च किया था और विधायकों की मार्शल के साथ हाथापाई हुई थी।

इस घटना में विपक्ष के चार विधायक और वाच-एंड-वार्ड के सात कर्मी घायल हो गए थे जिनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज हुआ था। घटना का वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए विपक्ष के नेता के निजी कर्मियों के अलावा कुछ मीडिया संगठनों को भी राज्य विधानमंडल सचिवालय की ओर से नोटिस भेजा गया है। (एजेंसी)