नई दिल्ली. हरियाणा और गुजरात में अलग-अलग घटनाओं में सीवर की सफाई के दौरान सात सफाई कर्मचारियों की मौत हो गई। इन सभी लोगों की मौत सीवर की जहरीली गैस से हुई है। इस बीच इन घटनाओं की मीडिया रिपोर्टों के बारे में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग भारत (NHRC) ने स्वत: संज्ञान लेते हुए दोनों राज्यों की सरकारों को गुरुवार को नोटिस जारी किया है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों और डीजीपी के माध्यम से छह हफ्तों के भीतर घटनाओं की रिपोर्ट मांगी है। मीडिया खबरों के मुताबिक सफाई कर्मचारी बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के सीवर की सफाई के लिए उतरे थे।
NHRC has taken suo moto cognisance of media reports about the deaths of 7 sanitation workers in two different incidents in Jhajjar & Bharuch Districts of Haryana and Gujarat respectively on 4th April and has issued a notice to the govts of both states seeking reports on both…
— ANI (@ANI) April 6, 2023
उल्लेखनीय है कि 5 अप्रैल को हरियाणा के झज्जर के बहादुरगढ़ इलाके में एक निजी संपत्ति के सेप्टिक टैंक के अंदर पाइप फिट करने के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई थी। जबकि, एक अन्य घटना में गुजरात के भरूच जिले में सीवर लाइन की सफाई के दौरान तीन लोगों की मौत हो गई।
भरूच की घटना में मृतक मजदूरों की पहचान गलसिंह मुनिया, अनीफ परमार और परेश कटारा के रूप में हुई है। जबकि, झज्जर में मृतक मजदूरों में जसौर खीरी निवासी दीपक, मध्य प्रदेश निवासी महेंद्र और देशराज, यूपी के अमेठी निवासी सतीश शामिल है। महेंद्र राजमिस्त्री था, देशराज और सतीश प्रवासी मजदूरों के रूप में काम करते थे।