The body of medical student Naveen Shekharappa Gyangoudar, who was killed during the attack on Ukraine, will come to India on 21st March, died on 1st March
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    नई दिल्ली/बेंगलुरु. दोपहर कि बड़ी खबर के अनुसार यूक्रेन (Ukraine) में मारे गए छात्र नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौड़ा (Naveen Shekharappa Gyanagowda) का परिवार जहां उसके पार्थिव शरीर की आस में बैठा है। वहीं कर्नाटक बीजेपी के एक विधायक (Karnataka BJP MLA) ने इस मामले पर एक बड़ा ही शर्मनाक और विवादित बयान दे दिया है। जी हाँ इन विधायक ने कहा है कि, “एक डेड बॉडी फ्लाइट में कहीं अधिक जगह घेरती है।”

    दरअसल मामले पर कर्नाटक के हुबली-धारवाड़ निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले BJP विधायक अरविंद बेलाड ने कहा कि,” विमान में एक ताबूत के बजाय, लगभग आठ से 10 लोगों को आराम से बैठाया जा सकता है।” दरअसल  वह इस अनिश्चितता पर सवालों का जवाब दे रहे थे कि, क्या नवीन के पार्थिव शरीर को उनके गृहनगर हावेरी में कब वापस लाया जाएगा?

    इस बाबत बेलाड ने वहां मौजूद संवाददाताओं से कहा, “हमारी सरकार नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। यूक्रेन एक युद्ध क्षेत्र है और हर कोई इसके बारे में जानता है, प्रयास किए जा रहे हैं और यदि संभव हुआ तो ही शव को वापस लाया जाएगा।”

    वे इतने पर ही नहीं रुके और कहा कि, “जब वहां से जीवित लोगों को वापस लाना चुनौतीपूर्ण है, तब मृतक को वापस लाना तो और भी कठिन हो जाता है क्योंकि एक लाश फ्लाइट में अधिक जगह घेरेगी। उसकी जगह तो आराम से 8 से 10 लोगों को फ्लाइट में समायोजित किया जा सकता है।”

    हालाँकि उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवीन के पार्थिव शरीर को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।पता हो कि नवीन के पिता शेखरप्पा ज्ञानगौड़ा ने बीते बुधवार को एमीडिया को बताया था कि उन्हें मोदी सरकार से आश्वासन प्राप्त हुआ है  कि उनके बेटे का शव “दो दिनों के भीतर” घर लाया जाएगा। 

    बता दें कि 21 वर्षीय नवीन, जो खारकीव नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहा था। वह एक किराने की दुकान के बाहर कतार में खड़ा था, तभी एक सरकारी भवन पर हुई रूसी गोलाबारी में उसकी मौत हो गई थी।