विवादित बयान पर वारिस पठान ने मांगी माफी, कहा – मैं अपने शब्द वापस लेता हूं

नई दिल्ली. आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) के नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने अपने विवादित बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने कहा, मेरा बयान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। अगर मेरे बयान

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नई दिल्ली. आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन(AIMIM) के नेता और पूर्व विधायक वारिस पठान ने अपने विवादित बयान पर माफी मांगी है। उन्होंने कहा, मेरा बयान किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं है। अगर मेरे बयान से किसी को भी ठेस पहुंची हैं तो मैं अपने शब्दों को वापस लेता हूं और उसके लिए माफी मांगता हूं।"

बतादें कि, कुछ दिन पहले वारिस पठान ने कर्नाटक के गुलबर्गा में आयोजित एक रैली में अपना विवादित बयान दिया था। पठान ने कहा था कि, "15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं।"

वारिस पठान ने अपने बयान पर आज सफाई दी है। उन्होंने कहा कि, ‘इतने दिनों से रात में मेरे तालुक से मीडिया में जो खबरे दिखाई जा रही है, उससे एक भ्रम पैदा किया जा रहा जैसे मैं कोई देश विरोधी हूं और हिन्दू धर्मके खिलाफ हूं।

पठान ने कहा, कर्नाटक के गुलबर्गा में CAA, NRC के खिलाफ एक जलसे में मैंने जो ’15 करोड़ पर 100 करोड़ भारी है’, इसका कतहि मतलब नहीं है कि मैं अपने देश के हिन्दू भाइयों के खिलाफ ये कहा। मेरे कहने का यही मतलब था कि, CAA के नाम पर 15 करोड़ मुसलमान नाराज है। साथ ही संविधान में विश्वास रखनेवाले दूसरे धर्म और जाती के लोग भी इसका विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा, "झांसी की तरह हमारी शेरनी जैसी बहने आज डेढ़ महीने से सड़क पर बैठ कर अपना विरोध जाता रही है।

उन्होंने कहा, मैंने कभी भी किसी धर्म की आलोचना नहीं की है। मैं सभी धर्मों का आदर करता हूं। मैंने ऐसी कोई बात नहीं की है जिसका गलत मतलब निकालकर मुझे निशाना बनाया जा रहा है। इसमें राजनैतिक षड़यंत्र के जरिए मुझे और मेरी पार्टी को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।