Heavy rain
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    नई दिल्ली. मौसम से जुडी एक बड़ी खबर के अनुसार पश्चिम-उत्तर और मध्य भारत (Central India) में आगामी 15 जून के बाद झमाझम बारिश (Heavy Rains)) हो सकती है। हालाँकि फिलहाल, यहाँ लू से राहत नहीं मिलेगी। वहीं उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत 7 राज्य अभी भी गर्म हवाओं की चपेट में ही रहेंगे। बीते तीन दिनों से देखें तो यहां पारा 44 डिग्री के ऊपर ही रहा है। लेकिन अब इसके ऐसे ही बने रहने के आसार हैं। वहीं एक हफ्ते में यह गर्म हवाएं और भी तेज हो सकती हैं।

    मौसम विभाग की मानें तो, मानसून अगले एक हफ्ते तक कमजोर दिख अरह है, हालाँकि तब तक तापमान बढ़ने के आसार बने रहेंगे। बता दें कि, फिलहाल मानसून दक्षिण-पश्चिम तमिलनाडु, पुडुचेरी और बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य हिस्सों में ही आगे बढ़ा है।

    इन 7 राज्यों में है ज्यादा तापमान

    अब अगर भीषण गर्मी और लू की मार झेल रहे 7 राज्यों की बात करें तो इसमें दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ में पारा सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है। यहां पारा 44 से 46 डिग्री के बीच रहा है। वहीं मौसम विभाग की मानें तो, अगले दो-तीन दिनों तक पश्चिम-उत्तर और मध्य भारत में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की कोई भी असार नहीं है। 

    ऐसे बनेंगे बारिश के आसार

    गौरतलब है कि स्काईमेट वेदर की मानें तो, उत्तरी पाकिस्तान और उससे सटे इलाकों में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है। इसका असर राजस्थान से सटे इलाकों में भी अब दिख रहा है। ऐसे में आने वाले तीन दिनों में पूर्वी राजस्थान, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी देखने को मिलेगा। इससे बारिश के भी फिर से आसार बनेंगे।

    पश्चिमी विक्षोभ-जानें इसे 

    दरअसल पश्चिमी विक्षोभ का मुख्य कार्य उत्तरी भारत में बारिश लाने का है। यह पाकिस्तान, राजस्थान से सटे इलाकों और उत्तर भारत में बारिश और नमी लेकर पहुँचता है। जिसके चलते सर्दी और मानसून से पहले यहां बारिश होती है। भ्यानाकर गर्मी और मानसून के समय पश्चिमी विक्षोभ ही एक तरह से मौसम बदलने का दायित्व निभाता है।