नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कृषि कानूनों की वापसी के विरोध में आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों का ‘कोई रिकॉर्ड नहीं’ कहने के लिए केंद्र की आलोचना की। उन्होंने कहा मोदी सरकार किसानों के मौतों पर असंवेदनशील है।
राहुल गांधी ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा, हमारे पास 503 किसानों के मौत का आंकड़ा है। लेकिन सरकार का कहना है की उनके पास कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है। सरकार चाहे तो वह आकंड़ा हमसे ले सकती है और उनको मदद कर सकती है।
PM himself has said that he has made a mistake, he has apologised to the nation. As a result of that mistake, 700 people have died. Now you are lying about their names. Why don't you have the decency to give them what is their due?: Congress leader Rahul Gandhi pic.twitter.com/OhtmKbSF9T
— ANI (@ANI) December 3, 2021
राहुल गांधी का सवाल , पीएम ने किससे मांगी माफ़ी
राहुल गांधी ने कहा, पीएम मोदी ने खुद कहा है कि उनसे गलती हुई है, उन्होंने देश से माफी मांगी है। उस गलती की वजह से अब तक 700 लोगों की मौत हो चुकी है। अब आप उनके नाम के बारे में झूठ बोल रहे हैं। आपके पास उन्हें वह देने की शालीनता क्यों नहीं है जो उनका हक है? सरकार कह रही है की उनके पास कोई आंकड़ा है है तो वह किससे माफ़ी मांग रही है।
पंजाब सरकार ने 403 लोगों को दिया मुआवजा
राहुल गांधी ने कहा, पंजाब सरकार उन कृषि कानूनों के लिए जिम्मेदार नहीं है, जिनका विरोध हुआ, फिर भी 403 मृतक किसानों के परिवारों को 5-5 लाख रुपये दिए और 152 को नौकरी दी है। कांग्रेस के पास पंजाब के बाहर के 100 किसानों की सूची है। एक तीसरी सूची है जो नामों की सार्वजनिक जानकारी है जिसे आसानी से सत्यापित किया जा सकता है। लेकिन सरकार कहती है कि ऐसी कोई सूची नहीं है।
राहुल ने कहा, केंद्र सरकार के लिए मुआवजा राशि कोई बड़ी रकम नहीं है। यह बिल्कुल कोरोना की तरह का मामला है जिसमें कई लोगों ने जान गंवाई। सरकार को किसानों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए। सरकार ने लोगों की जीविका का साधन छीना है।
राहुल गांधी ने कहा कि पीएम मोदी को उन मृत किसानों के परिवारों के बारे में सोचना चाहिए। उनकी पढ़ाई लिखाई और भविष्य के बारे में सोचना चाहिए। जैसा पंजाब सरकार ने किया है। अगर वो थोड़ी सी संवेदनशीलता और मानवता दिखाएं तो इसमें जरा सी भी देर नहीं लगेगी।