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  •  कोविड अस्पतालों में लापरवाही का सिलसिला जारी
  • मृतक की रिपोर्ट आई निगेटिव
  • राम भरोसे चल रही मरीजों की सुरक्षा

जलगांव. जिले में अस्पतालों की लापरवाही का सिलसिला लगातार जारी है. एक बार फिर संदिग्ध कोरोना से संक्रमित व्यक्ति ने जांच रिपोर्ट आने से पहले ही कोविड अस्पताल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा शुक्रवार की सुबह हुआ. इससे साबित होता है कि रात के समय कोविड अस्पताल और क्वारंटाइन सेंटरों में मरीज़ों की सुरक्षा रामभरोसे है. यदि चिकित्सक और स्टाफ कर्मियों की उपस्थिति होती तो यह दुर्घटना घटित हो नहीं होती. इस तरह की प्रतिक्रिया स्थानीय लोगों ने व्यक्त की है. पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है. मृतक की रपट निगेटिव आयी है.

कोरोना को लेकर था भयभीत

जलगांव ज़िले में कोरोना मरीजों की लगातार उपेक्षा का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. डॉक्टर उल्लास पाटील अस्पताल में कोरोना मरीज का शव गैर कोरोना मरीज के परिजनों को सौंपने का मामला ठंडा हुआ भी नहीं था कि एक बार फिर प्रशासन की उदासीनता के कारण एक मरीज द्वारा कोरोना के भय से आत्माहत्या करने का खुलासा हुआ है. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है.

जिला अस्पताल में मचा हड़कंप

सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शासकीय मेडिकल कालेज तथा ज़िला कोविड अस्पताल में गुरुवार की आधी रात के बाद पहूर तहसील जामनेर निवासी कडुबा नकुल घोंगडे ५० कोरोना संदिग्ध ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली. शुक्रवार की सुबह घटना उजागर होने से ज़िला अस्पताल में हड़कंप मच गया. घटना की सूचना मिलते ही मेडिकल कॉलेज के अधिष्ठाता वार्ड क्रमांक छह  पहुंच कर वारदात का निरीक्षण किया है.

नहीं थम रही कोना मरीजों की उपेक्षा

इससे पहले भी एक बुजुर्ग व्यक्ति की शौचालय में गिरने से मृत्यु हो गई थी. जिला अस्पताल तथा मेडिकल कॉलेज की लापरवाही के कारण मृतक का शव 1 सप्ताह तक शौचालय में सड़ा गलता आ रहा. दुर्गंध आने पर सोच वाले का दरवाजा तोड़कर शव को बाहर निकाला गया था.

अस्पताल से लापता हुई थी महिला

इसी तरह एक लापता महिला ज़िला अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के कारण कोरोना वार्ड से लापता हो गई थी. दो दिनों के बाद उक्त महिला ज़िला अस्पताल के गेट के बाहर मूर्छित अवस्था में पाई गई थी. इसी प्रकार से कोविड अस्पताल से कोरोना मरीजों का लापता होने का सिलसिला लगातार जारी है. अमलनेर निवासी एक संक्रमित व्यक्ति चिकित्सकों की गैरमौजूदगी में अस्पताल से फरार होकर पारोला स्थित सड़क दुर्घटना का शिकार हो गया था.

दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग

जिला अस्पताल की उदासीनता का सिलसिला लगातार जारी है जिसके चलते फिर एक बार कोरोना से संदिग्ध मरीज ने कोरोना के डर से खुदकुशी कर ली है. स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि रात के समय मेडिकल स्टाफ सुरक्षा गार्ड और चिकित्सक ड्यूटी पर तैनात होते तो यह दुर्भाग्य पूर्ण घटना घटित नहीं होती. संबंधित वार्ड के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर दोषी कर्मी स्टाफ सदस्यों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है.