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  • फिर विवादों में घिरा मोहाड़ी थाना

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धुलिया. एक बार फिर मोहाड़ी पुलिस स्टेशन विवादों के घेरे में आ गया है. इस बार रात के अंधेरे में वाहन चालकों से अवैध रूप से वसूली करते रंगे हाथों पकड़े जाने के कारण तीन पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. इन आरोपियों को विशेष पुलिस महानिदेशक के दस्ते ने पकड़ा है. इसके चलते धुलिया पुलिस दल की छवि धूमिल हो गई है. प्राप्त जानकारी के अनुसार मुंबई-आगरा-मुंबई राजमार्ग पर रात में वाहन चालकों को रोक कर जांच के नाम पर परेशान कर रुपये की मांग और वसूली करने के मामले में तीन कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है.

रात में वाहन चालकों से करते थे वसूली

तीनों पुलिसकर्मी मोहाड़ी थाना कोतवाली में कार्यरत थे. रात में वाहन चालकों को परेशान कर अवैध वसूली का काला कारोबार थाना प्रभारी अधिकारी के आशीर्वाद से चलाया जा रहा था, जिसकी शिकायत और वसूली की वीडियो बनाकर महानिरीक्षक से नागरिकों से की गई थी. जिसका संज्ञान लेते हुए डीआईजी प्रतापराव दिघावकर ने एक विशेष दल की स्थापना की थी. जिसमें वाहन चालकों से अवैध वसूली करते विपिन पाटिल, इमरान शेख, सुरेंद्र खांडेकर को विशेष पुलिस महानिरीक्षक  प्रताप दिघावकर ने तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है.

गौरतलब है कि धुलिया शहर से जिले के पुलिस थानों में अवैध रूप से वसूली करने वाले कुछ पुलिस कर्मियों की गैंग सक्रिय है. स्थानीय भाषा में इसे अवैध कारोबारी कलेक्टर के नाम से संबोधित करते हैं जो 24 घंटे चले ड्रेस पर ड्यूटी करते हैं. थाना प्रभारी अधिकारी एसपी अपर अधीक्षक तथा पुलिस विभागीय अधिकारी के नाम से अवैध कारोबारियों से धन की वसूली करते हैं.

नंबर वन लाइफ स्टाइल

सूत्रों ने बताया है कि उनकी लाइफस्टाइल क्लास वन अधिकारी से भी अधिक चमक धमक दार है. इनमें से कुछ कर्मी संबंधित पुलिस स्टेशनों में कार से ड्यूटी करने आते हैं इनके जिस्म कई तोले सोने की चेन और अंगूठी से लैस हैं. इन अवैध वसूली करने वाले सभी पुलिसकर्मियों की कड़ाई से जांच करने की आवश्यकता है. विशेष पुलिस महानिरीक्षक प्रतापराव दिखावकर को कार्रवाई करनी चाहिए ताकि पुलिस थानों से होने वाली अवैध वसूली पर लगाम लगे.