कोरोना जांच से कोई वंचित न रहे

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  • सीएम ने दिया अधिकारियों को निर्देश
  • जलगांव में कोरोना स्थिति की समीक्षा करने बैठक
  • 3000 से अधिक टीमें गठित
  • 154 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए

जलगांव. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा जलगांव ज़िले की कोरोना स्थिति की समीक्षा की. इस मौके पर जलापूर्ति स्वच्छता तथा पालक मंत्री गुलाबराव पाटील, जिला अधिकारी अभिजीत राऊत समेत अन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि मेरा परिवार – मेरी जिम्मेदारी ’अभियान के माध्यम से प्रत्येक नागरिक का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा.  इससे महाराष्ट्र की स्वास्थ्य स्थिति को समझने में मदद मिलेगी.  इस अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य साक्षरता बढ़ाना उद्देश्य है.  इसमें लोगों की भागीदारी की आवश्यकता है.  मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सभी को जन भागीदारी बढ़ाने के लिए प्रयास करने का निर्देश दिया है. 

अधिकारियों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि ‘मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी’ अभियान राज्य के लोगों को उनके स्वास्थ्य को जानने में मदद करेगा.  इसलिए इस अभियान को ज़िले में प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता है. इसके लिए  योजना बनाएं ताकि स्वास्थ्य विभाग की टीम हर नागरिक तक पहुंचे और उनकी जांच करे. कोई भी नागरिक इससे वंचित न रहे इसका पूरा ख्याल रखा जाए. इस तरह के निर्देश अधिकारियों को सीएम ने दिए हैं.

कोरोना से निजात पाने मास्क जरूरी

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए नाशिक डिवीजन उचित दिशा में काम कर रहा है. उत्तर महाराष्ट्र समेत जलगांव को कोरोना मुक्त करने के लिए वायरस की रोकथाम करने प्रत्येक नागरिक मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करे और प्रशासन कराए. सार्वजनिक स्थानों पर काम करते समय शारीरिक दूरी बनाकर कार्य करें.  हाथों को साबुन या सैनिटाइजर से नियमित रूप से बार-बार साफ कर इन नियमों की आदत डालेंगे तो कोरोना को हराना संभव होगा.

कुछ मरीजों को घर के अलगाव में रखा

 कोरोना संक्रमण वाले कुछ रोगियों को घर के अलगाव में रखा गया है,  ऐसे व्यक्तियों की निगरानी स्वास्थ्य प्रशासन द्वारा कड़ाई से की जानी चाहिए, ताकि कोरोना रोगी घर से बाहर न जाए.  यह कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद करेगा.  कोरोना वायरस के लक्षण महसूस होते ही बीमारी का पता लगाने के लिए नागरिक तुरंत अस्पताल जाएं, इस तरह की अपील नागरिकों से मुख्यमंत्री ठाकरे ने की.

जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए 10 करोड़ की मांग

जलापूर्ति स्वच्छता तथा पालक मंत्री गुलाबराव पाटील ने समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि जिला प्रशासन के प्रयासों के कारण जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में है.  इसे नियंत्रण में लाने के लिए निरंतर प्रयास जारी हैं.  जिले के राजस्व, पुलिस, जिला परिषद, नगर पालिका प्रशासन और स्वास्थ्य प्रणाली दिन-रात काम कर रहे हैं. उनके प्रयासों से जिले में रोगी की रिकवरी में 79 प्रतिशत और मृत्यु दर में 2.5 प्रतिशत की कमी आई है. कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सार्वजनिक भागीदारी बढ़ाने के लिए पहले से ही प्रयास चल रहे हैं.  इसके एक हिस्से के रूप में, तालुका में ऑक्सीजन युक्त बेड बनाए गए हैं.  मरीजों की मदद के लिए बेड  असिस्टेंट भी नियुक्त किए गए हैं.  यह जिले में एक अभिनव उपक्रम है.  इसके सकारात्मक परिणाम देखे जा रहे हैं और नागरिकों की शिकायतें कम हुई हैं. स्वैब निरीक्षण रिपोर्ट समय पर उपलब्ध हो रही हैं. अभिभावक मंत्री पाटील ने यह भी मांग की कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों की मजबूती के साथ स्वास्थ्य विभाग की मजबूती के लिए 10 करोड़ रुपये का फंड उपलब्ध कराया जाए.

मरीजों की मृत्यु दर में आई कमी

जिलाधिकारी अभिजीत राऊत ने समीक्षा बैठक में मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी अभियान की विस्तृत जानकारी सीएम को देते हुए बताया कि “मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी” अभियान का उद्घाटन पालक मंत्री द्वारा किया गया है. इस अभियान के माध्यम से स्वास्थ्य जांच के लिए 3,000 से अधिक टीमों का गठन किया गया है. उनकी देखरेख के लिए 154 पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए हैं. इस अभियान के तहत जिले में अब तक 859 संक्रमित रोगियों की पहचान की गई है. पिछले 2 हफ्तों में रोगी की सकारात्मकता पॉजिटिव मरीजों में गिरावट आई है और मृत्यु दर में कमी लाई गई है. इसे 1% पर लाने की निरंतर कोशिश की जा रही है. इस तरह की जानकारी जिलाधिकारी ने सीएम को दी.