जानें ऐतिहासिक ग्वालियर के खूबसूरत पर्यटन स्थल

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ग्वालियर मध्यप्रदेश राज्य का एक बेहद ही सुंदर शहर है. यह शहर प्राचीन नगरों में से एक है. यह इतिहास में एक प्रमुख सांस्कृतिक शहर के रूप में कई सालों से जगमगाता रहा है और अपना योगदान देता रहा है. ग्वालियर नगर साहित्य, संगीत, काव्य, शिल्प, हस्तकला, प्रथा-परम्पराओंचित्रकला, स्थापत्य आदि सभी कलाओं में सर्वोपरी रहा है. यहाँ कई पर्यटन स्थल भी हैं, जो लोगों के आकर्षण के केंद्र हैं. तो आइये आज जानते हैं इस शहर के पर्यटन स्थलों के बारे में.

सास-बहु का मंदिर: 

सास-बहु मंदिर पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. इस मंदिर की कला काफी निराली है. ग्वालियर में सास-बहू का मंदिर भी विशेष रूप से दर्शनीय है. हालांकि इस मंदिर में अब कोई प्रतिमा नहीं है, फिर भी इसकी खूबसूरती देखने योग्य है. भारी संख्या में पर्यटक यहाँ की सुंदरता का लुफ्त उठाने आता हैं.

ग्वालियर दुर्ग:

यह किला देश के मशहूर और प्रमुख किलों में से एक है. राजा मानसिंह द्वारा इस किले में बनाये गए मान मंदिरको किले का हृदय कहा जाता है, वहीं गुजरी महल को किले का सर यानी ताजकहा जाता है. ग्वालियर के किले में यूँ तो कर्ण महलकीर्ति मंदिरविक्रम महल, आदि भी दर्शनीय हैं, लेकिन इन सब में सबसे लोकप्रिय मान मंदिर व गुजरी महल है, जिसकी कहानियां व कलात्मकता पर्यटकों को अपनी ओर खींचती हैं.

रानी लक्ष्मीबाई का स्मारक: 

यहाँ लगी घोड़े पर सवार, तलवार ताने रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा बेहद ही खूबसूरत है. तेज, ओज और शौर्य से भरी यह प्रतिमा अपनी ऐतिहासिक गाथा का बखूबी बखान करती है, जिसे देख रानी लक्ष्मीबाई की शक्ति और शौर्य का अंदाज़ा लगाया जा सकता है. यह स्थल पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र हमेशा से रहा है.

मुहम्मद गौस का मकबरा:

बादशाह अकबर के समय में बना यह मुगलकालीन मकबरा प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मुहम्मद गौस को सम्रपित है. यह मकबरा मुगलकालीन स्थापत्य शैली का बेहतरीन नमूना है. जिसे देखने के लिए पर्यटक दूर दूर से यहाँ आते हैं.