Eid
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नई दिल्ली : ‘ईद उल फितर’ (Eid ul Fitr) यानि कि ‘ईद’ (Eid) के त्यौहार को इस्लाम धर्म के लोग पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाते हैं। एक माह तक अल्लाह की इबादत वाले माह रमजान के बाद आने वाली ईद हर किसी को खुशी के अलग एहसास से भर देती है। चाहे गरीब हो या अमीर यह त्यौहार हर किसी को अलग खुशी देता है।

मीठी ईद

रमजान के पवित्र महीने के आखिर में ईद-उल-फितर का त्यौहार मनाया जाता है।सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि यह त्यौहार दुनियाभर में मौजूद मुस्लिम समुदाय के लोग बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। बता दें कि ईद-उल-फितर को मीठी ईद भी कहा जाता है, यह दिन रमजान खत्म होने की निशानी भी है।

भारत में कब मनेगी ईद? 

दरअसल, सउदी अरब में इस साल ईद उल फितर का त्यौहार 21 अप्रैल को मनाया जा रहा है, जिसका मतलब देश में इसे 22 अप्रैल को मनाया जाएगा। क्योंकि भारत में ईद अरब और खाड़ी देशों के ईद मनाने के दूसरे दिन मनाई जाएगी। बाजारों में सेवईयां, मिठाईयों, नए कपड़ों और उपहारों को खरीदने के लिए लोगों की भीड़ है। 

ऐसे मनाया जाता है ईद

ईद वाले दिन की शुरुआत सुबह जल्दी उठकर फजर की नमाज अदा करने से होती है। उसके बाद खुद की सफाई जैसे, गुस्ल और मिस्वाक करना। इसके बाद साफ कपड़े पहनना सबसे साफ फिर उन पर इत्र लगाना और कुछ खाकर ईदगाह जाना। नमाज से पहले फिकरा करना भी जरूरी होता है। ईद की नमाज खुले में ही अदा की जाती है।

जरूरतमंदों की मदद 

सबसे खास बात ये है कि ईदगाह आने और जाने के लिए अलग-अलग रास्तों का इस्तेमाल किया जाता है। बता दें कि इस त्यौहार को मनाने के पीछे का मकसद यह भी है कि ताकि इसके जरिए हम गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें। समाज में एक-दूसरे के साथ खुशियां बांट सकें। इसलिए इस दिन गरीबों को जकात भी दी जाती है, ताकि वे भी ईद मना सकें।