Mothers Day 2024, Mothers Day gift
मदर्स डे पर मां को दें सेहत का तोहफा( Social Media)

क्या आपने सोचा है अगर मदर्स डे पर मां के लिए सेहत से जुड़ा तोहफा होगा तो कितना अच्छा होगा। सेहत के पैमाने पर 60 की उम्र के बाद महिलाओं में कई विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है जिसके लिए अगर आप कुछ टेस्ट कराते है तो अच्छा होगा।

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नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हमारे जीवन में माता-पिता का होना एक अलग ही महत्व होता है भगवान के रूप माता-पिता के बिना किसी का भी जीवन किसी काम का नहीं। 12 मई को दुनियाभर में विश्व मातृत्व दिवस यान मदर्स डे ( Mother’s Day 2024) मनाया जाने वाला है। मां की ममता को समर्पित इस दिन मां पर आप भी अपनी मां के लिए कुछ ना कुछ तो प्लान करते ही है, गिफ्ट देते , खाना बनाते है और साथ में फोटोज बनाकर शेयर करते है। लेकिन क्या आपने सोचा है अगर मदर्स डे पर मां के लिए सेहत से जुड़ा तोहफा होगा तो कितना अच्छा होगा। सेहत के पैमाने पर 60 की उम्र के बाद महिलाओं में कई विटामिन्स और न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है जिसके लिए अगर आप कुछ टेस्ट कराते है तो अच्छा होगा।

मां की सेहत के लिए करवाएं ये टेस्ट

अपनी मां की सेहत को अच्छी करने के लिए आप अगर कोई टेस्ट कराते है तो फायदा मिलता है उस तरह से हम अपना ख्याल अच्छे से रख सकते है। इसकी जानकारी डॉक्टर विज्ञान मिश्रा, न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक, नोएडा ने दी है जो इस प्रकार है।

1- रेगुलर बीपी चेकअप

अपनी मां के लिए आप सबसे पहले टेस्ट के तौर पर रेगुलर बीपी चेकअप करा सकते है। इसे कराने से दिल की कई बड़ी बीमारी से बचा जा सकता है इतना ही नहीं उम्र बढ़ने के साथ अक्सर हाइपरटेंशन की समस्या हो जाती है इसके लिए बीपी देखते रहना चाहिए।

2- बोन डेंसिटी टेस्ट

60 की उम्र के बाद शरीर की हड्डियां कमजोर होने लगती है इसके लिए बोन डेंसिटी टेस्ट करवाना जरूरी है। इस उम्र में अक्सर ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा रहता है, इसके लिए टेस्ट के जरिए हड्डियों की कमजोरी की जानकारी पता चल जाती है और इलाज संभव हो पाता है।

3-कोलेस्ट्रोल लेवल करें चेक

शरीर में उम्र के बाद कोलेस्ट्रोल का लेवल बढ़ने लगता है इसके लिए दिल की बीमारी का खतरा रहता है। गुड कोलेस्ट्रोल (HDL) और बैड कोलेस्ट्रोल (LDL) की जांच बहुत जरूरी है। अगर कोलेस्ट्रोल लेवल सही नहीं है, तो डॉक्टर की सलाह पर दवाई जरूर दें।

4- मैमोग्राम टेस्ट कराएं

महिलाओं को उम्र बढ़ने या उससे पहले ही कैंसर का खतरा सताने लगता है। इसके लिए आप समय-समय पर मैमोग्राम टेस्ट करवाते रहना जरूरी है। इस टेस्ट को करने से ब्रेस्ट टिश्यू में किसी भी तरह के बदलाव को समय रहते नोटिस करने से आने वाले खतरे से बचा जा सकता है।

5- ब्लड ग्लूकोज टेस्ट

उम्र बढ़ने के बाद डायबिटीज का रिस्क भी बढ़ जाता है। डायबिटीज लेवल बढ़ने पर किडनी की बीमारी, नर्व डैमज और आंखों से जुड़ी दिक्कतें हो सकती हैं। HbA1c टेस्ट से पिछले कुछ महीने में ब्लड ग्लूकोज लेवल की सही जानकारी मिल जाती है।