उपवास में सेंधा नमक खाने की खास वजह जानिए

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: 15 अक्टूबर 2023, रविवार से नवरात्रि (Navaratri 2023) पर्व का शुभारंभ हो चुका है। देशभर में इस समय नवरात्र की धूम मची हुई है। हर कोई मां दुर्गा की भक्ति में डूबा हुआ है। इस दौरान लोग अक्सर व्रत-उपवास कर माता रानी की आराधना करते हैं। व्रत में अक्सर लोग सामान्य नमक की जगह सेंधा नमक का इस्तेमाल करते हैं लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि व्रत में सेंधा नमक (Rock Salt) ही क्यों खाया जाता है। आइए जानें इससे होने वाले फायदे-

प्राप्त जानकारी के अनुसार, व्रत में सेंधा नमक का इस्तेमाल ही किया जाता है। क्योंकि, यह शुद्ध होता है। वहीं, व्रत के समय शरीर को ज्यादा पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। ऐसे में शरीर की पोषकता की जरूरत को पूरा करने के लिए सेंधा नमक अहम रोल अदा करता है। इतना ही नहीं, सेंधा नमक के इस्तेमाल से ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।

सेंधा नमक की तासीर ठंडी मानी जाती है। यह आंखों के लिए भी काफी अच्छा रहता है। दरअसल, सेंधा नमक में आयोडीन की मात्रा कम होती है, इस कारण इसके सेवन करने से उच्च रक्तचाप और आंखों की सूजन की समस्या से निजात मिलती है।

आयुर्वेद के अनुसार, सेंधा नमक पाचन में मदद करता है। यह आंत के स्वास्थ्य में सुधार, संक्रमण, दस्त आदि से लड़ने में मदद कर सकता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि, सामान्य नमक की तुलना में इसमें सोडियम की मात्रा कम होने के कारण सेंधा नमक शरीर में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।

सेंधा नमक में आयरन, जस्ता, निकल, मैंगनीज और अन्य खनिज होते हैं, जो शरीर के लिए अच्छे होते हैं। सेंधा नमक में एक और गुण होता है और वह यह है कि इसके सेवन करने से वजन कम होता है।  दरअसल यह शरीर से फैट सेल्स को हटाने में मदद करता है और खाने की लालसा को भी नियंत्रत रखता है। शरीर के पीएच लेवल को भी सेंधा नमक मेंटेन रखता है।

सेंधा नमक को अपनी डाइट में रेग्यूलर शामिल करने से शरीर में रक्त संचार भी सही रहता है और यह बॉडी से खराब टॉक्सिन को भी बाहर निकालने देता है। यह शरीर में सेरोटोनिन और मेलाटोनिन हार्मोंस का बैलेंस बनाए रखने में भी मदद करता है, जो तनाव और स्ट्रेस को भी दूर करता है।