गर्मी के मौसम में यह फल बच्चों को जरूर खिलाएं, मौसमी बीमारियां रहेंगी दूर और बढ़ेगी इम्यूनिटी भी

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सीमा कुमारी

नई दिल्ली: गर्मियों का सीजन शुरू हो गया है। इस मौसम में उमस के कारण शरीर को कई तरह की बीमारियां होने लगती हैं। खासकर, बच्चों की इम्युनिटी पावर कमजोर होती है, जिसके कारण उन्हें कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इस मौसम में डाइट में उन फलों को शामिल करना बेहद जरूरी है, जो शरीर को मौसमी बीमारियों से बचाते हैं। इनमें ‘तरबूज’ (Watermelon) भी शामिल है।

पोषक तत्वों से भरपूर तरबूज बच्चों की हेल्थ के लिए इस मौसम में काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानें, इस मौसम में तरबूज खिलाने से बच्चों को क्या-क्या फायदे हो सकते है।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, तरबूज में विटामिन- B कॉम्प्लेक्स पाया जाता है जो इम्यूनिटी मजबूत करने में मदद करता है। कई शोधों में यह बात साबित हुई है कि इसका सेवन करने से रेड ब्लड सेल्स का निर्माण, नर्वस सिस्टम का विकास और मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में सहायता मिलती है।

तरबूज पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें विटामिन- A , C  B, फाइबर, पोटैशियम और आयरन पाया जाता है। खास बात ये है कि तरबूज में 90 प्रतिशत से ज्यादा पानी होता है। यही कारण है कि गर्मियों के मौसम में तरबूज खाने से शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद मिलती है। आप बच्चों को तरबूज का जरूर कराएं, इससे उनके शरीर में पानी की कमी नहीं होंगी और वह स्वस्थ रहेंगे।

हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो, तरबूज को कैल्शियम और मैग्नीशियम का काफी अच्छा स्रोत माना जाता है इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व बच्चों की हड्डियों का विकास करने में भी मदद करते हैं। एक्सपर्ट्स के अनुसार, जिन बच्चों की हड्डियां कमजोर होती हैं उन्हें एक्सपर्ट्स 200 ग्राम तरबूज खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा इसमें कैल्शियम भी पाया जाता है जो दांतो के लिए काफी अच्छा माना जाता है।

आप बच्चे को 6 महीने की उम्र के बाद ठोस आहार देना शुरू कर सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि जब भी आप बच्चे को तरबूज दें इसमें बीज न हो। तरबूज मैश करके या फिर प्यूरी बनाकर आप उनकी डाइट में शामिल कर सकते तरबूज का सेवन

इन सभी के अलावा, तरबूज के सेवन से पेट में दर्द, कब्ज, उल्टी और पेट फूलना जैसी प्रॉब्लम ठीक होती हैं। ऐसे में तरबूज का सेवन सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता हैं। इसलिए गर्मियों के मौसम तरबूज का सेवन सेहत के लिए किसी दवा से कम नहीं माना जाता है।