स्वाद ही नहीं, सेहत के लिए भी वरदान है तेज पत्ता, जानिए इसके अनमोल फ़ायदे

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: ‘तेजपत्ता’ (Bay Leaf) भारतीय घरों की रसोई में इस्तेमाल होने वाली एक सामान्य वस्तु है, मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली इन पत्त‍ियों में कई औषधीय गुण पाए भी जाते हैं। इनसे तेल भी निकाला जाता है। तेजपत्ते में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है। हालांकि, बहुत कम लोग जानते हैं कि, तेजपत्ता (Bay Leaf) स्वाद के साथ ही सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से न केवल शरीर की इम्यूनिटी मजबूत होती है बल्कि कई सारी बीमारियां भी दूर हो जाती है। आइए आपको बताते हैं कि तेजपत्ता के नियमित सेवन के क्या-क्या फायदे

    एक्सपर्ट्स के मुताबिक, तेज पत्ता दांतों की सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। यह मसूड़ों को मजबूत बनाता है। इसमें मौजूद विटामिन-C मसूड़ों और दांतों को स्वस्थ रखने में मदद करता है। तेज पत्ता एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जिसकी वजह से दांत दर्द में भी यह लाभकारी होता है।

    किडनी स्टोन और किडनी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं के लिए तेजपत्ते का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है। तेजपत्ते को उबालकर उस पानी को ठंडा करके पीने से किडनी स्टोन और किडनी से जुड़ी दूसरी समस्याओं में भी फायदा मिलता है।

    एक्सपर्ट्स बताते हैं कि, शरीर में होने वाली सूजन में भी तेज पत्ता फायदेमंद होता है। हालांकि ज्यादा तेज पत्ते का सेवन घातक भी हो सकता है। कई रिपोर्ट्स का कहना है कि अगर इसका ज्यादा इस्तेमाल किया गया तो इसमें  मौजूद कॉक्स-टू नामक एंजाइम से सूजन बढ़ भी सकती है।

    रात को सोने से पहले तेजपत्ते का इस्तेमाल करना अच्छी नींद के लिए बहुत फायदेमंद है। तेजपत्ते के तेल की कुछ बूंदों को पानी में मिलाकर पीने से अच्छी नींद आती है।

    डाइट एक्सपर्ट्स की मानें तो, कई लोगों को खाने पचाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। भोजन करते ही उन्हें कब्ज, मरोड़ या एसिडिटी जैसी परेशानियां घेर लेती है।  ऐसे में अगर तेज पत्ता (Bay Leaf) के इस्तेमाल वाली सब्जियां खाएं तो पेट से जुड़ी बीमारियों से काफी हद तक राहत पा सकते हैं।

    तेज पत्ता डायबिटीज में भी फायदेमंद होता है। साल 2016 में जनरल ऑफ बायोकैमिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित एक शोध में बताया गया था कि जो लोग टाइप 2 डायबिटीज से प्रभावित हैं वो तेज पत्ता खाएं। इससे उनके ग्लूकोज का स्तर कम रहेगा और कोलेस्ट्रोल में भी सुधार होगा।