कब बनाया जाएगा फादर्स डे ? जानें इसका इतिहास

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    नई दिल्ली : फादर्स डे (Fathers Day) पिताओं के सम्मान में एक व्यापक रूप से मनाया जाने वाला पर्व है। जिसमें पितृत्व (फादरहुड), पितृत्व-बंधन और समाज में पिताओं के प्रभाव को समारोह पूर्वक मनाया जाता है। अनेक देशों में इसे जून के तीसरे रविवार, तथा बाकी देशों में अन्य दिन मनाया जाता है। कुछ देशों में 21 जून को हर साल फादर्स डे में मनाया जाता है।लेकिन इस साल भारत में फादर्स डे 20 जून को है। यह दिन सभी पिताओं को समर्पित किया जाता है। जिस तरह मां के सम्मान में पूरी दुनिया मदर्स डे यानी मातृ दिवस मनाती है, उसी तरह पिता के सम्मान में फादर्स डे यानी पितृ दिवस मनाया जाता है। आज हम आपको बताने वाले है फादर्स डे के बारे में…….  

    फादर्स डे का इतिहास  (Fathers Day) 

    मनाने की शुरुआत सबसे पहले अमेरिका से हुई थी।  इस खास दिन की प्रेरणा साल 1909 में मदर्स डे से मिली थी। वाशिंगटन के स्पोकेन शहर में सोनोरा डॉड ने अपने पिता की स्मृति में इस दिन की शुरुआत की थी।  इसके बाद साल 1916 में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन ने इस दिवस को मनाने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी। राष्ट्रपति कैल्विन कूलिज ने साल 1924 में इसे राष्ट्रीय आयोजन घोषित किया। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने पहली बार साल 1966 में इस खास दिन को जून के तीसरे रविवार को मनाए जाने का फैसला किया।

    विश्व भर में अलग-अलग तारीख पर मनाते है फादर्स डे

    जिसमें उपहार देना, पिता के लिये विशेष भोज एवं पारिवारिक गतिविधियां शामिल हैं। आम धारणा के विपरीत, वास्तव में फादर्स डे सबसे पहले पश्चिम वर्जीनिया के फेयरमोंट में 19 जून 1910 को मनाया गया था। कई महीने पहले 6 दिसम्बर 1907 को मोनोंगाह, पश्चिम वर्जीनिया में एक खान दुर्घटना में मारे गए 210 पिताओं के सम्मान में इस विशेष दिवस का आयोजन श्रीमती ग्रेस गोल्डन क्लेटन ने किया था।  प्रथम फादर्स डे चर्च आज भी सेन्ट्रल यूनाइटेड मेथोडिस्ट चर्च के नाम से फेयरमोंट में मौजूद है। इस तरह विष के अलग अलग जगहों पर  विभिन्न तारीखों पर मनाया जाता है फादर्स डे।