-सीमा कुमारी
इस वर्ष आज यानी 31 अगस्त को ‘गणेश चतुर्थी’ (Ganesh Chaturthi) का व्रत रखा जा रहा है। गणेश महोत्सव का महापर्व चतुर्थी तिथि से प्रारंभ होकर 10 दिनों तक चलता है।
मान्यताओं के मुताबिक, भगवान गणेश की पूजा के दौरान कुछ बातों की सावधानी जरूर रखनी चाहिए। आइए जानें भगवान गणेश की पूजा के दौरान किन- किन बातों पर ध्यान देने की जरूरत होती है।
शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव की तरह गणेश जी की पूजा में भी तुलसी वर्जित मानी गई है। इसलिए भूलकर भी गणेश जी को तुलसी अर्पित नहीं करनी चाहिए। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी ने गणेश जी से विवाह का प्रस्ताव रखा था। जिसे गणेश जी ने नकार दिया था। जिसके कारण तुलसी ने उनको दो विवाह होने का श्राप दे दिया था। गणेश जी को दूर्वा बहुत प्रिय है, लेकिन ध्यान रखें की उन्हें कोमल, तीन पत्तियों वाली 21 दूर्वा अर्पित करनी चाहिए।
इस दिन भूल से भी गणेश जी की सवारी मूषक, यानि चूहे को सताना नहीं चाहिए। ऐसा करने से गणेश जी नाराज हो सकते हैं ।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा के दौरान काले रंग के कपड़े न पहनें ।क्योंकि, काले रंग के कपड़े को अशुभ माना जाता हैं।
कई बार लोग दीपक जमीन पर जलाने के बाद उसे सिंघासन पर रखते हैं या दीपक जलाने के पश्चात उसकी स्थिति को बार-बार ठीक करते हैं, परंतु ज्योतिष शास्त्र के अनुसार ऐसा करने से पूजा का कोई फल प्राप्त नहीं होता है, इसलिए गणेश भगवान के सामने दीपक जलाते समय बार-बार उसका स्थान नहीं बदलना चाहिए।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव को केतकी के फूल पसंद नहीं हैं। मान्यता है कि इसी वजह से भगवान गणेश जी को भी केतकी के फूल नहीं चढ़ाने चाहिए। साथ ही गणेश जी को तुलसी का दल नहीं चढ़ाना चाहिए। इसके अलावा आप उन्हें गुलाब, गेंदा आदि फूल चढ़ा सकते हैं।