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    सीमा कुमारी

    ‘गंगा दशहरा’ (Ganga Dashehra) का पावन पर्व 9 जून को देशभर में मनाया जाएगा। यह पर्व हर साल ज्येष्ठ महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन गंगा स्नान करने और दान-पुण्य करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

    मान्यताओं के  मुताबिक, गंगा दशहरे पर ही गंगा नदी का अवतरण हुआ था। राजा भागीरथ कड़ी तपस्या के बाद अपने पूर्वजों की आत्मा के उद्धार के लिए मां गंगा को पृथ्वी पर लेकर आए थे।

    ज्योतिष-शास्त्र के मुताबिक, इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से हर तरह की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानें उन उपायों के बारे –

    यदि आपके घर में कोई लंबे समय से बीमार है और उसे आराम नहीं हो रहा है, तो ‘गंगा दशहरा’ के दिन उसे गंगा नदी में स्नान कराएं। उसके बाद ‘विष नाशिन्यै, जीवनायै नमोऽस्तु ते, ताप त्रय संहन्त्र्यै, प्राणेश्यै ते नमो नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। गंगा नदी तक जाना संभव ना हो तो घर के साधारण पानी में कुछ बूंदे गंगाजल की मिलाकर नहाएं और फिर 11 बार इस मंत्र का जाप करें।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, यदि आपने किसी से कर्ज ले रखा है और आपको मुक्ति नहीं मिल रही है, तो गंगा दशहरे के दिन सुबह के समय अपनी हाइट जितना काला धागा लें उसे एक नारियल पर लपेट कर शिवलिंग के पास रख दें और अपनी मनोकामना कहें। उसके बाद शाम के समय इस नारियल को उठाकर बहते जल में प्रवाहित करें और पीछे मुड़ के न देखें। कुछ ही दिनों में आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा।

    यदि आप लंबे समय से नौकरी की तलाश कर रहे हैं और आपको सफलता नहीं मिल रही है, तो गंगा दशहरे के दिन एक मिट्टी का घड़ा लेकर उसमें कुछ बूंदे गंगा जल की डालें और थोड़ी सी शक्कर डालकर इस घड़े को पानी से भर दें। अब इस घड़े को किसी जरूरतमंद को दान करें यह उपाय आपकी नौकरी की अड़चन को दूर करेगा।