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सुहागिन महिलाओं के लिए करवाचौथ का व्रत बेहद महत्वपूर्ण होता है। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना कर निर्जला व्रत रखती हैं। वहीं इस साल करवाचौथ का व्रत 4 नवंबर को रखा जाएगा। साथ ही इस साल की पूजा बहुत विशेष है, क्यूंकि इस बार 70 साल बाद ऐसा योग बन रहा है। इस बार करवाचौथ के दिन रोहिणी नक्षत्र और मंगल का योग एक साथ आ रहा है। ऐसा माना जाता है कि करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग होना बेहद अद्भुत योग है। वहीं ज्योतिष की माने तो करवाचौथ पर यह योग इस दिन को और भी ज़्यादा मंगलकारी बना रहा है। जिसकी वजह से यह व्रत रखने वाली महिलाओं को और भी अधिक पुण्य मिलेगा। 

70 साल बाद आया यह शुभ योग-


इस साल करवाचौथ पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग हो रहा है, जो बेहद फलदायी योग है। इसके अलावा यह पर्व रविवार को होने के कारण इसका महत्त्व और भी बढ़ गया है। चंद्रमा में रोहिणी का योग होने से मार्कण्डेय और सत्यभामा योग बन रहा है, जो चंदमा की 27 पत्नियों में सबसे प्रिय पत्नी रोहिणी के साथ होने की वजह से है। 

मान्यता के अनुसार यह योग भगवान श्रीकृष्ण और सत्यभामा के मिलन के समय भी बना था। साथ ही यह योग पूरे दिन के लिए बन रहा है, जिसमें करवाचौथ का व्रत रखने पर महिलाओं को अपने व्रत का कई गुना लाभ प्राप्त होगा। वहीं सर्वार्थ सिद्धि योग शुभ योगों में से एक माना जाता है। इस योग में किया गया कोई भी कार्य सफल ही होता है और कई गुना लाभ भी होता है। 

चंद्रोदय का समय और तिथि-

इस साल करवाचौथ के दिन चंद्रोदय रात 8 बजकर 16 मिनट पर होगा। पंचांग के अनुसार इस दिन चतुर्थी तिथि का प्रारंभ 4 नवंबर 2020 की सुबह 4 बजकर 24 मिनट पर होगा और चतुर्थी तिथि की समाप्ति अगले दिन 5 नवंबर 2020 को सुबह 6 बजकर 14 मिनट पर होगी।