शुरू हो चुका है महालया, जानें किस दिन होगी मां दुर्गा की विशेष पूजा

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली : ‘महालया’ (Mahalaya) बंगाल के लोगों के लिए दुर्गा पूजा के दौरान बहुत शुभ एवं ख़ास अवसर होता है। इस शुभ दिन का इंतजार बंगाल के लोग बड़ी बेसब्री से करते हैं। क्योंकि, ‘महालया’ (Mahalaya) से दुर्गा पूजा (Durga Puja) की शुरुआत हो जाती है।

    ‘महालया’ के साथ ही जहां एक तरफ श्राद्ध  (Shraddh) यानी पितृ पक्ष खत्म हो जाते हैं, वहीं मान्यताओं  के अनुसार इसी दिन मां दुर्गा कैलाश पर्वत से धरती पर आती हैं और अगले 10 दिनों तक यहीं रहती हैं। ‘सर्वपितृ अमावस्या’ और ‘महालया’ इस बार 6 अक्टूबर यानी बुधवार को था।

    मान्यताओं के मुताबिक, ‘महालया’ के दिन ही मूर्तिकार मां दुर्गा की आंखें तैयार करते हैं। ‘महालया’ के बाद ही मां दुर्गा की मूर्तियों को अंतिम रूप दिया जाता है और वह पंडालों की शोभा बढ़ाती हैं। दुर्गापूजा आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में होती है। इस साल यह महापर्व 7 अक्टूबर से शुरू हो चुका है, जबकि मां दुर्गा की विशेष पूजा 11 अक्टूबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर दशमी तक चलेगी।

    महालया’ (Mahalaya) का महत्व –

    ‘महालया’ का महत्व बंगाली समुदाय में खूब देखा जाता है। इसे बंगाली समुदाय बड़े धूमधाम से मनाते हैं। मां दुर्गा में आस्था रखने वाले श्रद्धालु इस दिन का इंतजार बेसब्री से करते हैं और ‘महालया’ के साथ ही ‘दुर्गा पूजा’ की शुरुआत हो जाती है। ‘महालया’, नवरात्रि और दुर्गा पूजा के शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि ‘महालया’ के दिन ही सबसे पहले पितरों को विदाई दी जाती है। इसके बाद मां दुर्गा कैलाश पर्वत से सीधे धरती पर आती हैं और यहां 9 दिन तक रहती है। वह भक्तों पर अपनी कृपा बरसाती हैं।