Ganga-Saptami
गंगा सप्तमी (फोटो-ट्विटर)

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सीमा कुमारी

नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हिन्दू धर्म में मां गंगा का बड़ा महत्व दिया गया है। मां गंगा को मोक्षदायिनी के रूप में भी जाना जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि पौराणिक काल से यह मान्यता है कि गंगा में स्नान करने से सभी पापों का नाश हो जाता है और अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है। विशेष दिन जैसे अमावस्या या पूर्णिमा तिथि के दिन गंगा जल में स्नान करने से साधक को देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

इसके साथ गंगा तट के किनारे श्राद्ध या तर्पण आदि करने से और पूर्वजों का आशीर्वाद भी मिलता है। मां गंगा को समर्पित ‘गंगा सप्तमी’ (Ganga Saptami 2024) का पावन पर्व इस वर्ष 14 मई, 2024 मंगलवार के दिन है। हर साल वैशाख महीने के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि ‘गंगा सप्तमी’ मनाई जाती है।

शास्त्रों के अनुसार, इसी दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई थी, इसलिए इसे गंगा जयंती के नाम से भी जाना जाता है। गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा की विशेष रूप से पूजा का विधान है। इसके साथ ही इस दिन गंगा स्नान करना भी काफी पुण्यकारी माना गया है। तो ऐसे में इस दिन किए गए अचूक उपाय जीवन में चल नहीं तमाम प्रकार की दिक्कतों से छुटकारा भी दिला सकते हैं। ऐसे में आइए जानें क्या कहते हैं ज्योतिष-

ज्योतिषियों के अनुसार ,गंगा सप्तमी के दिन स्नान दान का भी बहुत अधिक महत्व माना जाता है। इसके अलावा, अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा की आरती कपूर का दीपक जलाकर करें। इसके साथ ही माता गंगा की विधि विधान पूर्वक पूजा आराधना करने से आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल सकता है।

अगर आप शादी में देरी से परेशान हैं या मनचाहा वर या लाइफ पार्टनर चाहते हैं तो गंगा सप्तमी पर गंगाजल में 5 बेलपत्र डालकर महादेव का विधि पूर्वक जलाभिषेक करें। ऐसा करने से भोलेनाथ और मां गंगा दोनों प्रसन्न होते हैं और आशीर्वाद देते है।

गंगा सप्तमी के दिन मां गंगा के स्तोत्र का पाठ करें और श्याम के समय भगवान शिव के मंदिर में घी का दीपक जलाएं। इससे व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी और रुके हुए काम भी बनने लग जाएंगे।

इस दिन गंगाजल को पानी में मिलाकर नहाएं, गंगाजल का घर में छिड़काव करें और गंगाजल में तुलसी डालकर भगवान विष्णु की चरण वंदना करें। इससे शारीरिक कष्ट दूर होगा और स्वास्थ्य बेहतर बनेगा।