हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को 'मासिक कृष्ण जन्माष्टमी' (Masik Krishna Janmashtami 2024) का त्योहार मनाया जाता है।
सीमा कुमारी
नवभारत लाइफस्टाइल डेस्क: हर महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ‘मासिक कृष्ण जन्माष्टमी’ (Masik Krishna Janmashtami 2024) का त्योहार मनाया जाता है। इस बार वैशाख महीने की ‘मासिक कृष्ण जन्माष्टमी’ का पावन पर्व 1 मई, बुधवार को मनाई जा रही है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन जगत के पालनहार भगवान श्री कृष्ण संग राधा रानी की पूजा-उपासना की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। धार्मिक मत है कि भगवान श्रीकृष्ण के शरणागत रहने वाले साधक को जीवन में सभी प्रकार के भौतिक और आध्यात्मिक सुखों की प्राप्ति होती है।
आइए जानें ‘मासिक कृष्ण जन्माष्टमी’ का शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि के बारे में-
शुभ मुहूर्त
वैशाख माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि 1 मई 2024 को सुबह 5 बजकर 45 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इसका समापन 2 मई 2024 को सुबह 4 बजकर 1 मिनट पर होगा। ऐसे में 1 मई को मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी।
पूजा-विधि
– मासिक कृष्ण जन्माष्टमी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठें और दिन की शुरुआत प्रभु के ध्यान से करें।
– इसके बाद स्नान कर मंदिर की सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें।
– मंदिर में चौकी पर कपड़ा बिछाकर श्रीकृष्ण और श्री राधा रानी की मूर्ति विराजमान करें।
– अब देशी घी का दीपका जलाएं और आरती करें।
– भगवान श्रीकृष्ण जन्म कथा का पाठ करें।
– इसके बाद पश्चात प्रभु को मिश्री और माखन का भोग लगाएं। भोग में तुलसी दल को जरूर शामिल करें।
– जीवन में सुख और शांति के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
– लोगों में प्रसाद का वितरण करें और खुद भी ग्रहण करें।
– गरीबों में श्रद्धा अनुसार भोजन और वस्त्र का दान करें।
बाल गोपाल को ऐसे करें प्रसन्न
मासिक कृष्ण जन्माष्टमी पर लड्डू गोपाल को खुश करने के लिए उनको मोरपंख चढ़ाएं। मान्यता है इससे घर में सुख शांति का वास होता है। इससे नकारात्मकता ऊर्जा बाहर जाती है और घर मे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। श्रीकृष्ण को प्रसन्न करने के लिए इस दिन माखन मिश्री का भोग लगाएं और फिर इसे छोटे-छोटे बच्चों में बांट दें। इससे धन में बढ़ोत्तरी होती है, संतान सुख की कामना पूरी होती है।