सीमा कुमारी
नवभारत डिजिटल टीम: हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत अधिक महत्व है। पंचांग के अनुसार, साल में 12 पूर्णिमा तिथियां पड़ती हैं। इन्हीं में से एक है कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2023)। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान गरीबों को दान और भगवान सूर्य की आराधना करने का विधान है। पूर्णिमा तिथि के दिन कुछ चीजों को करने से बचना चाहिए। आइए जानें इस बारे में-
इन नियमों का करें पालन
कार्तिक पूर्णिमा के दिन किसी भी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को खाली हाथ न भेजें।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन बड़ों का अपमान न करें।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले उठकर पवित्र नदी में स्नान करें। यह संभव न हो तो आप पानी में गंगाजल मिलाकर भी स्नान कर सकते हैं। इस दिन ब्रह्मचर्य का पालन करें।
लहसुन, प्याज, मांस, शराब आदि कार्तिक पूर्णिमा के दिन भूलकर भी इनका सेवन नहीं करें ।कार्तिक पूजा के दिन पूरे घर में दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करने से सभी प्रकार की समस्याओं से निदान मिलता है।
‘कार्तिक पूर्णिमा’ की महिमा
हिन्दू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का बहुत महत्व है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दीपावली भी मनाई जाती है। इस दिन गंगा स्नान का खासा महत्व है। मान्यता है कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से सभी प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं और व्यक्ति के जीवन एवं घर-संसार में सुखों का आगमन होता है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव की पूजा करने से सभी संकटों का नाश होता है।