काल भैरव जयंती
काल भैरव जयंती

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    -सीमा कुमारी

    16 नवंबर, बुधवार को ‘काल भैरव जयंती’ (Kaal Bhairav Jayanti) है। मान्यता है कि, इस दिन भगवान ‘काल भैरव’ की पूजा-अर्चना करने से श्रद्धालुओं को धन, ऐश्वर्य और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसलिए इस दिन उनकी आराधना करने से और कुछ उपायों को करने से व्यक्ति को विशेष लाभ होता है। आइए जानें काल भैरव जयंती पर किन उपायों को करने से जातक को लाभ मिल सकता है।

    शास्त्रों के अनुसार, इस दिन स्नान स्नान करने के बाद ‘ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नम:।।’ मंत्र का 5 माला जाप करने से शत्रु पर विजय प्राप्ति का वरदान मिलता है। साथ ही, भविष्य में उत्पन्न होने वाली समस्याएं दूर हो जाती हैं।

    इस दिन शमी पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाना चाहिए। इससे वैवाहिक जीवन में चल रही परेशानियां दूर होती हैं।

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, भगवान ‘काल भैरव’ के जन्मोत्सव के दिन भक्तों को ऐसे मंदिर में उनकी पूजा करनी चाहिए, जहां कम लोग आते हैं। ऐसा करने से भक्तों को उत्तम फल की प्राप्ति होती है। इसके साथ बाबा भैरवनाथ के मंदिर में दीप जलाने से और नारियल व जलेबी का भोग लगाने से देवों के देव महादेव अति प्रसन्न होते हैं और काल भैरव अपने भक्तों की अकाल मृत्यु से सुरक्षा करते हैं।

    ‘काल भैरव जयंती’ के दिन किसी भैरव मंदिर में जाकर उनकी प्रतिमा पर सिंदूर व तेल अर्पित करें। साथ ही नारियल और जलेबी का भोग लगाएं। इस उपाय से भैरवनाथ प्रसन्न होते हैं।