बैसाखी के दिन इस दिशा में लगाएं ‘सूर्य यंत्र’, वास्तुदोष हो जाएंगे दूर, ‘इस’ धातु के सूर्य यंत्र से सुख-समृद्धि के खुल जाएंगे द्वार

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सीमा कुमारी

नई दिल्ली: सिख समुदाय का प्रसिद्ध त्योहार ‘बैसाखी’ (Baisakhi 2023) 14 अप्रैल को मनाई जाएगी। सिख परंपरा के अनुसार, बैसाखी के दिन से ही उनका नववर्ष प्रारंभ होता है। बैसाखी वाले दिन ही सूर्य देव मेष राशि में आते हैं इसके अलावा, सूर्य की उच्च राशि मेष ही मानी जाती है। जब सूर्य देव इस राशि में आते हैं तो सौर वर्ष की शुरुआत होती है।

वास्तु-शास्त्र के अनुसार, बैसाखी वाले दिन कुछ वास्तु उपाय करने से वास्तुदोष दूर होता हैं और घर की सुख-शांति बनी रहती है। कहा जाता है कि इस दिन सूर्य यंत्र लगाना बहुत शुभ माना जाता है। आइए जानें सूर्य यंत्र किस दिशा में लगाना शुभ माना जाता है।

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, बैसाखी पर घर में आप सूर्य यंत्र लगाने से व्यक्ति के जीवन की परेशानियां दूर होती हैं। आप इसे घर की उत्तर या फिर ईशान कोण में लगा सकते हैं। व्यापारिक स्थल पर पूर्व दिशा में सूर्य यंत्र लगाने से व्यापार में तरक्की मिलती है व्यक्ति की समाज में प्रतिष्ठा बढ़ती और घर के सदस्यों की भी प्रगति होने लगती है।

कहते है, इस दिन आप तांबे का सूर्य यंत्र घर में लगा सकते हैं। इस दौरान घर में लगाना शुभ माना जाता है। मान्यताओं के अनुसार, इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी आएगी और घर का वास्तु दोष भी दूर होगा। इसके अलावा बैसाखी पर इसे घर में लगाने से सदस्यों की तरक्की होती है और व्यक्ति को शोहरत मिलती है।

यदि आपका कोई कार्य पूरा नहीं हो रहा है या उसमें बाधा आ रही है तो आप बैसाखी वाले दिन सूर्य यंत्र स्थापित करें। इससे पूरे सौर वर्ष में आपको किसी भी चीज की कमी नहीं होगी। इसके अलावा, कोर्ट कचहरी में यदि आपका कोई मामला चल रहा है तो बैसाखी वाले दिन सूर्य यंत्र स्थापित करें। यदि आप किसी तरह के रोग से परेशान हैं तो सूर्य यंत्र का पेंडेंट धारण करें।

धर्म गुरु के मुताबिक, घर में तांबे का सूर्य लगाने से कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत होती है। व्यक्ति को मान-सम्मान मिलता है, परिवार के सदस्यों की तरक्की होती है। इसके अलावा, कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए आप बैसाखी पर सूर्य यंत्र की पूजा करें। इससे सूर्य के साथ नौ ग्रहों का शुभ मिलेगा और वास्तु दोष भी दूर होगा।