कुछ बातें ऐसी, जो खोल सकती हैं किस्मत का ताला, बदल सकता है भाग्य, जानिए

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: भाग्य और दुर्भाग्य एक इंसान के जीवन में बहुत अहमियत रखता हैं। ऐसे में कई लोगों की ये शिकायत होती है कि काफी कोशिशों के बाद भी उनका दुर्भाग्य दूर नहीं हो रहा है। वहीं, कुछ लोग अपना भाग्य लेकर ही जन्म लेते हैं। ऐसे लोग किसी भी कार्य में सफलता प्राप्त कर लेते हैं। भाग्य और दुर्भाग्य यह सब कुछ हमारी दिनचर्या और हमारे कर्मों पर निर्भर करता है। ज्योतिष-शास्त्र की मानें तो, सुबह उठकर कौन से काम हैं, जिन्हें करने से भाग्य हमेशा आपके साथ बना रहेगा। ऐसे में आइए जानें इस बारे में-

ज्योतिषियों के मुताबिक, प्रतिदिन सुबह उठकर अपनी हथेली के दर्शन करना चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार हमारी दोनों हथेली में मां लक्ष्मी, मां सरस्वती और भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए सुबह उठकर दोनों हाथों को जोड़ें और इस मंत्र ‘कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती। करमूले तु गोविन्द: प्रभाते करदर्शनम्।।’ का जाप करें और फिर हथेलियों के दर्शन करें। इस उपाय को करने से दुर्भाग्य दूर होता है।

हिंदू धर्म में रोजाना पूजा-पाठ करने का विधान है। ऐसे में घर के मंदिर में प्रतिदिन ईश्वर के समक्ष कपूर का दीपक जलाना चाहिए। इस उपाय को करने से घर की नेगेटिव एनर्जी दूर होती है। इसके साथ ही रोजाना पानी में कपूर के तेल की कुछ बूंद डालकर स्नान करने से व्यक्ति को लाभ मिलता है। नारियल के तेल में कपूर को मिलाकर यह तेल तैयार किया जा सकता है।

ज्योतिषियों का मानना है कि, ‘गायत्री मंत्र’ मंत्रों का महामंत्र माना गया है। इस मंत्र के प्रभाव से व्यक्ति के जीवन से दुर्भाग्य दूर हो जाता है। गायत्री मंत्र का नियमित रूप से जाप करने से जीवन में सकारात्मकता भर जाती है और दरिद्रता दूर हो जाती है। इसके अलावा वह व्यक्ति अपने जीवन में हर काम में सफलता प्राप्त करता है।

वास्तु और ज्‍योतिष-शास्‍त्र की दृष्टि से नमक एक बहुत ही उपयोगी और प्रभावशाली वस्तु है। यदि आप रोजाना पानी में एक चुटकी नमक डालकर घर में पोछा लगाते हैं, तो इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर बनी रहती है। साथ ही, पानी में चुटकी भर नमक मिलाकर नहाने से भी व्यक्ति अपने दुर्भाग्य से छुटकारा पा सकता है।

प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद नियमित रूप से सूर्य देव को तांबे के कलश में जल, रोली, अक्षत, मिश्री और लाल फूल डालकर अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है, साथ ही समाज में मान-सम्मान बढ़ता है और कार्यक्षेत्र में तरक्की होती है।

मां लक्ष्मी को धन की देवी माना गया है। वहीं, शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए समर्पित माना गया है। ऐसे में आप शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा के दौरान उन्हें एक लाल गुलाब अर्पित करना चाहिए। इससे व्यक्ति के घर में सुख-समृद्धि का वास बना रहता है।