मास्टर बेडरूम हो, तो बाथरूम को लेकर इन बातों का रखें ख्याल, वरना नुकसान जान लें

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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: वर्तमान समय में, घरों में बेडरूम (Bedroom) से अटैच्ड बाथरूम (BathRoom), यानी मास्टर बेडरूम का चलन है। इसके अलावा, ड्राइंग रूम से अटैच बाथरूम भी बनाए जाते है। जबकि पहले के समय में बाथरूम को घर में सबसे अलग-थलग बनाया जाता था है। बल्कि गांवों में तो बाथरूम को घर के बाहर बनाने का भी चलन रहा है। वहीं, अब घर के अधिकांश कमरों के साथ बाथरूम अटैच होते है। इसके कारण, जाने-अनजाने में कई तरह के वास्तु दोष पैदा हो जाते है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए कुछ विशेष बातों का जरूर ध्‍यान रखना चाहिए। आइए जानें इस बारे में-

वास्तु-शास्त्र के अनुसार, यह देखा जाता है कि आजकल बेडरूम के साथ बाथरूम तो अटैच होता है, लेकिन लोग उसकी मेंटेनेंस पर बहुत अधिक ध्यान नहीं देते हैं। कभी-कभी टॉयलेट से पानी टपकता है या फिर टॉयलेट की सीट में कोई प्रॉब्लम होती है। ऐसे में उसे तुरंत ठीक करवा लेना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो इससे आपके कमरे में भी नेगेटिविटी बढ़ती है, जो आगे चलकर हेल्थ प्रॉब्लम्स की वजह भी बन सकती है।

बेडरूम से बाथरूम अटैच है तो ध्‍यान रहे कि सोते समय आपके पैर या सिर बाथरूम की ओर न हों। यदि पति-पत्नी के बेडरूम में ऐसा हो तो उनके बीच हमेशा झगड़े होते रहते हैं।

यदि बाथरूम, बेडरूम या ड्राइंग रूम से अटैच है तो उसकी साफ-सफाई का खास ख्‍याल रखें। गंदा बाथरूम घर में राहु का प्रभाव बढ़ाता है और ढेरों परेशानियां देता है।

अगर आपके बेडरूम के साथ बाथरूम अटैच है तो वहां पर काले रंग की टायल्स का इस्तेमाल करने से बचें। साथ ही यह भी ध्यान दें कि आप वहां पर ऐसी कोई चीज अवश्य रखें, जिससे वहां पर हल्की खुशबू या अरोमा बनी रहे। इसका पॉजिटिव असर आपके मूड पर भी पड़ता है।

बाथरूम के नल से पानी लीक होना घर के मान-सम्मान, धन और लोगों की सेहत पर नकारात्मक असर डालता है। ऐसे नल को तुरंत ठीक करवाएं।