गंगाजल का छिड़काव बदल सकता है आपका भाग्य, इस दिन करें गंगाजल का उपयोग

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    सीमा कुमारी

    नई दिल्ली: इस वर्ष ‘गंगा सप्तमी’ (Ganga Saptami) 7 मई यानी आज शनिवार के दिन है। सनातन हिंदू धर्म में गंगा सप्तमी का बहुत ही महत्व है। जन्म से लेकर मृत्यु तक हर किसी शुभ काम में गंगा जल का इस्तेमाल किया जाता है। मां गंगा को मोक्ष प्रदान करने के रुप में जाना जाता है। इस दिन यदि विधि-विधान के साथ पूजा अर्चना की जाए तो घर में सुख-समृद्धि का वास रहता है। वास्तु के अनुसार, यदि इस दिन आप यह चीजें घर में करते हैं तो मां गंगा की आपके घर पर सदैव कृपा बनी रहेगी। तो आइए जानें इसके बारे में –

    ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, ‘गंगा सप्तमी’ के दिन आप अपने घर की पूर्व दिशा में गंगा जल से भरा हुआ एक कुंभ रखें और उसका तिलक करें। कुंभ पर फूल, चावल, माला, रक्षा सूत्र बांधकर माता गंगा का ध्यान करें। साथ ही मां गंगा के मंत्र का जाप करें। इससे आपके घर में सुख-संपति में कोई कमी नहीं होगी।

    इस दिन दान-पुण्य करने का भी शास्त्रों में बहुत ही अधिक महत्व बताया गया है। इस दिन गंगा नदी में स्नान करने से सारे पापों का नाश होता है। यदि गंगा नदी में स्नान करना आसान नहीं है तो आप नहाने के पानी में गंगा जल मिला सकते हैं।

    मान्यता है कि, यदि आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियां आ रही हैं तो आप गंगा जल में सफेद चंदन मिलाएं और शिवलिंग पर अर्पित करें। जल अर्पित करते हुए भगवान शिव और मां गंगा का ध्यान करें। साथ ही ‘ऊं नम शिवाय’ का जाप करें। इससे आपको वैवाहिक जीवन में आ रही दिक्कतों से छुटकारा मिलेगा।

    वास्तु-शास्त्र के अनुसार, घर की छत पर आप गंगा जल का छिड़काव करें। ऐसा करने से आपके घर में शांति और पॉजिटिव माहौल बना रहेगा।

    कहते हैं कि इस दिन यदि किसी रोगी व्यक्ति को गंगा में स्नान करवाया जाए तो उसके सारे पापों का नाश हो जाता है। गंगा मां ऐसे रोगी को स्वस्थ होने का वरदान देती हैं।