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सीमा कुमारी

नवभारत डिजिटल टीम: धनतेरस का त्योहार (Dhanteras festival) हिन्दू धर्म में बड़ा महत्व रखता है। इस दिन मां लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा का विधान है। साथ ही, इस दिन भगवान धनवंतरी की पूजा भी की जाती है। हर साल धनतेरस कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस साल धनतेरस आज यानी 10 नवंबर, दिन शुक्रवार को है।

पौराणिक कथाओं के अनुसार, इस दिन ही धन्वंतरि देव समुद्र मंथन से प्रकट हुए थे। जब धन्वंतरि देव प्रकट हुए, तब उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। इसी वजह से इसे पूर्व के रूप में मनाया जाने लगा। वहीं, इस दिन तांबे, पीतल के बर्तनों के अलावा सोना और चांदी को खरीदना शुभ बताया गया। कहा जाता है कि इससे माता रानी प्रसन्न होती है। घर में सुख समृद्धि का वास होता है। ज्योतिषियों के अनुसार, अगर आपके पास सोना चांदी या तांबे की चीज खरीदने के पैसे नहीं है तो परेशान होने की जरूरत नहीं है। 

धनतेरस के दिन एक ऐसी चीज है, जिसे मात्र 5 रुपये में खरीदकर ही आप माता रानी की कृपा पा सकते हैं। इससे घर में बरकत बढ़ती है। इनकम के नये सोर्स बनते हैं। आइए जानें धनिया के वो उपाय, जिन्हें धनतेरस से लेकर दिवाली पर करने मात्र से ही माता लक्ष्मी घर आती हैं। घर में धन की कमी नहीं होती। वहीं,  कर्ज और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिल जाता है।

ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, धनतेरस के दिन धनिया के बीज लेकर आएं। इन सुनहरे बीजों को धन्वंतरी देवी के सामने रख दें। इन्हें दिवाली के दिन तक यही रखा रहने दें। इसके बाद गोवर्धन वाले दिन गोवर्धन की पूजा अर्चना के बाद धनिया के बीजों को गमलों में लगा दें। इससे निकलने वाले धनिया के पौधे की देखभाल करें। माना जाता है कि जैसे जैसे यह धनिया बड़ा होता है। ठीक उसी तरह घर में धन संपत्ति और सुख समृद्धि बढ़ती है और खुशहाली आती है।

कहते है अपनी मनोकामना पूर्ति के लिए धनतेरस के दिन धनिया के बीजों को खरीद कर रख लें। इन बीजों को अगले दिवाली के दिन माता लक्ष्मी को अर्पित करें। इसके बाद जो बाकी बचे बीज हैं। उन्हें बगीचे या फिर गलते में बो दें। माना जाता है कि जैसे इन बीजों हरा धनिया निकलर उगता है। वैसे वैसे घर में सुख और समृद्धि, ऐश्वर्या और सुख की प्राप्ति होती है।