Usha Thakur
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इंदौर. मध्यप्रदेश में कांग्रेस के साथ सियासी गठजोड़ करने वाले जनजातीय संगठन जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस) को राज्य की संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर द्वारा “देशद्रोही” बताये जाने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इसके बाद उन्हें अपने इस विवादास्पद बयान के लिये माफी मांगनी पड़ी है।

ठाकुर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र महू में शनिवार को एक कार्यक्रम में कहा था, “इतने सारे राष्ट्रभक्त वनवासी होने के बावजूद जयस जैसे देशद्रोही संगठन इस क्षेत्र में कैसे पनप रहे हैं? हमें टंट्या भील (भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के आदिवासी शहीद) के जीवन से प्रेरणा लेते हुए प्रण करना होगा कि कोई भी देशद्रोही संगठन इस क्षेत्र में पनप नहीं पाए और हम सब मिलकर ऐसे हर संगठन को जड़-मूल से उखाड़ फेंकेंगे।”

संस्कृति मंत्री के इस बयान पर जयस के साथ ही कांग्रेस के नेता राज्य भर में तीखा विरोध जता रहे हैं और उनका आरोप है कि इस कथन से आदिवासी समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं। राजधानी भोपाल स्थित विधानसभा में सोमवार को एक दिन के विशेष सत्र के दौरान इस विवादास्पद बयान को लेकर कांग्रेस के विपक्षी सदस्यों ने हंगामा भी किया।

इस बीच, ठाकुर ने अपने गृह नगर इंदौर में संवाददाताओं से कहा, “हम महू क्षेत्र में जनजाति समुदाय के समग्र विकास के लिये प्राण-पण से जुटे हैं। लेकिन मैंने देखा कि वहां कुछ लोग ऐसे हैं जो इस समुदाय को बरगलाकर धर्मांतरण के लिये उकसाते हैं और उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से हटाने का प्रयास करते हैं।”

भाजपा नेता ने किसी का नाम लिये बगैर कहा, “ये लोग देश की अगली जनगणना में आदिवासियों के लिये अलग धार्मिक कोड की मांग को लेकर भी महू क्षेत्र में माहौल खराब कर रहे हैं। इस प्रकार के कुछ लोग जिन संगठनों में हैं, उनके लिये मैंने वह बात (विवादास्पद बयान) कही थी। फिर भी मेरे शब्दों से अगर किसी व्यक्ति को कष्ट पहुंचा है, तो मैं क्षमा चाहती हूं।”

गौरतलब है कि जयस ने सूबे के पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के साथ सियासी गठजोड़ किया था। संगठन के राष्ट्रीय संरक्षक हीरालाल अलावा आदिवासी बहुल धार जिले के मनावर क्षेत्र से कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गये थे। (एजेंसी)