चित्रा वाघ ने ठाकरे सरकार पर कसा तंज, ‘ऐसे असंवेदनशील लोगों को कुर्सी पर बैठने का कोई अधिकार नहीं’

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मुंबई. राज्य में हो रहे महिला अत्याचार पर बीजेपी उपाध्यक्ष चित्र वाघ ने ठाकरे सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, “पिछले दस दिनों में राज्य में नाबालिग लड़कियों और महिलाओं के साथ अत्याचार की कई घटनाएं सामने आई हैं। इसलिए महाविकासअघाड़ी सरकार महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने में पूरी तरह से विफल होती दिखाई दे रही है। महिला सुरक्षा के लिए ‘दिशा कानून’ को लागू करने में नाकाम रही सरकार ने सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।”  

मुंबई से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। दौड़ती कार में 3 पुरुषों ने एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया। इस संबंध में चित्रा वाघ ने मानखुर्द पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक से मुलाकात की। उस समय पुलिस ने नाबालिग पर अत्याचार करने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की जानकारी दी। 

चित्रा वाघ ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “राज्य की सरकार महिला सुरक्षा को नज़रअंदाज़ कर रही है। वर्तमान में महिला कहीं भी सुरक्षित नहीं है। आज मुंबई की घटना, इससे पहले क्वारंटीन सेंटर में महिलाओं पर अत्याचार की घटनाएं हुई। लेकिन राज्य के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री जो छोटी छोटी बातों को लेकर अपनी प्रतिक्रियाएँ देते हैं, क्या इनके लिए इन घटनाओं पर प्रतिक्रियाएँ देने लिए बिलकुल भी समय नहीं है? यह सरकार महिलाओं के प्रति असंवेदनशील है।” 

चित्रा वाघ ने कहा, गृहमंत्री अनिल देशमुख ने महिला सुरक्षा के लिए दिशा कानून लाने की घोषणा की थी। हालांकि, अभी तक यह कानून लागू नहीं किया गया हैं। इस बारे में चित्रा वाघ ने सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, राज्य के मुख्यमंत्री को महिला सुरक्षा पर भाषण देने के बजाय कार्रवाई करने की जरूरत है।

चित्रा वाघ ने बताया कि, इससे पहले वर्धा में 7 साल और 12 साल की नाबालिग पर अत्याचार हुए, चंद्रपुर में सामूहिक बलात्कार की शिकार 16 वर्षीय लड़की ने आत्महत्या कर ली। रोहा में एक 14 वर्षीय लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया, जबकि पुणे और जलगांव जिले में भी नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार किया गया। यह सभी घटनाएं पिछले दस दिनों में हुई हैं। इन सभी घटनाओं से पता चलता है कि महिलाओं के खिलाफ हिंसा के प्रति विकृत रवैये को कानून और सरकार का कोई डर नहीं रहा है।