Naxal Arrested

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    गड़चिरोली. कुरखेड़ा तहसील के खोब्रामेंढ़ा-हेटालकसा जंगल परिसर में 29 मार्च को हुई भीषण मुठभेड़ में पुलिस ने नक्सलियों के दंडकारण्य झोनल स्पेशल कमेटी सदस्य भास्कर समेत 5 नक्सलियों को ढेर किया था. वहीं इस मुठभेड़ में 4 से 5 नक्सली घायल होने का अनुमान पुलिस ने जताते हुए उनकी खोजबीन शुरू की थी. इस दौरान धानोरा तहसील के कटेझरी में खूंखार नक्सली टिपागढ़ के डीवीसी पद पर कार्यरत एटापल्ली तहसील के रामनटोला निवासी किशोर ऊर्फ गोंगुल ऊर्फ सोबु घिसु कवडो (38) को पुलिस ने गंभीर रूप से घायल अवस्था में हिरासत में लिया है.

    नागपुर में चल रहा इलाज

    संवाददाताओं से बात करते हुए पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद उसे उपचार हेतु नागपुर में रेफर किया गया है. किशोर के पैर में गोली लगी थी. जिससे उप सर पर शल्यक्रिया की गई. अब उसके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, उसके स्वस्थ्य होने के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नक्सली किशोर कवडो पर सरकार ने 16 लाख रूपयों का इनाम रखा था. 

    4 से 5 हुए थे घायल

    उन्होंने बताया कि, खोब्रामेंढ़ा पहाड़ी परिसर में हुई मुठभेड़ में 4 से 5 नक्सली घायल हुए थे. मात्र इन घायलों को नक्सली अपने साथ न ले जाकर उन्हें मरने के लिये छोड़ गए. घायल किशोर पुलिस से बचते हुए एक गांव से दुसरे गांव अपने समर्थकों के सहारे छिपता रहता था. इसी बीच किशोर धानोरा तहसील के कटेझरी गांव में छिपे होने की गुप्त जानकारी पुलिस को मिली. जिससे सी-60 जवानों ने सर्चिंग अभियान चलाकर 6 अप्रैल को किशोर को हिरासत में लिया. वहीं रात 2 बजे उसे गड़चिरोली के जिला अस्पताल में लाया गया. दूसरे ही दिन उसे नागपुर रेफर किया गया. 

    8 हत्याओं में था शामिल

    किशोर पर 22 मुठभेड़, 8 हत्या, 6 आगजनी तथा 6 अन्य हिंसक अपराधों में समावेश था. पत्रपरिषद में अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) मनीष कालवानिया, अपर पुलिस अधीक्षक (प्रशासन) समीर शेख, उपविभागीय पुलिस अधिकारी (अभियान) भाऊसाहब ढोले उपस्थित थे.

    पनाह देनेवाला समर्थक पकड़ाया 

    पैर में गोली लगने के कारण किशोर पुलिस से बचते हुए गांव बदल रहा था. ऐसे में उसे कटेझरी निवासी गणपत कोल्हे जो कि नक्सलियों का कट्टर समर्थक है, उसने पनाह दी. इस मामले की विस्तृत रूप से जांच करने के बाद गणपत कोल्हे को शनिवार को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने यह भी कहा कि, पुलिस भी बेगुनाह पर कार्रवाई नहीं करती, इस मामले में संपूर्ण तरीके से जांच करने के बाद ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की गई है.