स्वतंत्र विदर्भ तक नहीं करूंगा शादी, थोरात ने याद दिलाया पुराना वादा

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    मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष देवेन्द्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) अपने उस बयान को लेकर विवादों में फंस गए हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि मुझे सत्ता दो, मैं तीन महीने में ओबीसी को आरक्षण दूंगा, नहीं तो मैं हमेशा के लिए राजनीति से संन्यास ले लूंगा। उनके इस बयान को लेकर महाविकास आघाडी सरकार में शामिल नेताओं ने मोर्चा खोल दिया है। विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता और राजस्व मंत्री बाला थोरात (Balasaheb Thorat) ने फडणवीस को उनका वह वादा याद दिलाया है जिसमें उन्होंने कथित रूप से कहा था कि जब तक स्वतंत्र विदर्भ की स्थापना नहीं हो जाती वे शादी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा और फडणवीस केवल वादे करते हैं।  

    थोरात ने कहा कि फडणवीस ने धनगर समुदाय से कहा था कि हम आपके आरक्षण के मुद्दे को कैबिनेट की पहली बैठक में सुलझा लेंगे लेकिन 5 साल तक मुख्यमंत्री बने। रहने के बावजूद उन्होंने इस मुद्दे को नहीं सुलझाया और लोगों को गुमराह करते रहे। थोरात ने चुटकी लेते हुए कहा कि फडणवीस के पास वादा करने और फिर उसे पूरा न करने का अनुभव है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में मोदी सरकार हो महाराष्ट्र की बीजेपी (BJP)। ये सभी नेता लोगों को धोखा देने और उनसे सत्ता हासिल करने के उद्देश्य से ऐसे बयान देते हैं। 

    खड़से ने निकाली भड़ास

    फडणवीस ने अलवा विदर्भ के मुद्दे पर शादी नहीं करने की कसम खाई थी लेकिन उन्होंने शादी कर ली। ऐसा हमने पुराणों में देखा है, विश्वामित्र मुनि ने ब्रहमचर्य का पालन न कर मेनका से विवाह कर लिया था। फडणवीस की कहानी भी कुछ कुछ इस तरह की है। फडणवीस ने यह भी कहा था कि वह कभी राका के साथ गठबंधन नहीं करेंगे लेकिन उन्होंने तड़के सुबह जाकर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

    - एकनाथ खड़से, राका नेता

    मैं उन्हें समझाऊंगा

    महाराष्ट्र की राजनीति में फडणवीस का भविष्य उज्वल है। उनके द्वारा संन्यास की भाषा बोलना अच्छा नहीं है अठार फडणवीस फकीर बनने की बात कर रहे हैं तो मैं खुद उनसे मिलने जाऊंगा और उन्हें सम्झाऊगा।

    -संजय राऊत, शिवसेना सांसद

    महाराष्ट्र की जनता करेगी रिटायर

    मोदी सरकार और तत्कालीन फडणवीस सरकार ओबीसी समुदाय के राजनीतिक आरक्षण को रद्द करने के लिए जिम्मेदार है। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में ओबीसी के आंकड़े दिए होते तो यह समय नहीं आता लेकिन बीजेपी ने जानबूझकर ऐसा नहीं होने दिया। हालांकि अब बीजेपी नेता ओबीसी के प्रति सहानुभूति दिखा रहे हैं। देवेंद्र कह रहे है कि अगर उन्हें सत्ता दी गई तो वे तीन महीने में आरक्षण लाएंगे, नहीं तो वे राजनीतिक रूपसे सेवानिवृत्त हो जाएंगे, उन्हें ऐसा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। महाराष्ट्र की जनता खुद फडणवीस को रिटायर कर देगी।

    - नाना पटोले, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष