10 नए CBSE स्कूल शुरु करेगी BMC

  • शिक्षण समिति की बैठक में 2945.78 करोड़ का बजट पेश

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मुंबई. वैश्विक महामारी कोरोना (Corona) की वजह से इस साल भले ही स्कूल (Schools) बंद रहे, लेकिन नए शैक्षणिक वर्ष में मुंबई मनपा 10 नए सीबीएसई (CBSE) स्कूल शुरु करेगी। संयुक्त मनपा कमिश्नर रमेश पवार (Ramesh Pawar) ने बुधवार को शिक्षण समिति की बैठक में वर्ष 2021-22 का बजट (Budget)  पेश किया। शिक्षण समिति की अध्यक्ष संध्या विपुल दोषी को सुपुर्द किये गए 2945.78 करोड़ रुपये के बजट में डिजिटल शिक्षा (Digital Education) पर जोर दिया गया है। बजट में पिछले वर्ष की अपेक्षा 1.19 करोड़ रुपए का इजाफा किया गया है। बजट में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 244 .01 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गयी है।

बजट भाषण के दौरान संयुक्त मनपा आयुक्त रमेश पवार ने बताया कि मनपा के 480 स्कूलों में वर्चुअल क्लास रुम की व्यवस्था उपलब्ध है। कोविड-19 की वजह से विद्यार्थियों का नुकसान टालने के लिए वर्चुअल ट्रेनिंग सेंटर के शिक्षकों ने विभिन्न माध्यमों विद्यार्थियों के लिए वीडियो तैयार किया। जिसे 40 यू-ट्यूब चैनल के जरिए विद्यार्थियों को ऑनलाइन शिक्षा का लाभ दिया गया। वर्चुअल क्लास के लिए बजट में 13.15 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है। डिजिटल क्लास रूम के लिए 28 करोड़ 58 लाख रुपए की व्यवस्था की गई है, जबकि हाउस कीपिंग के लिए 74.77 करोड़ रुपए रखा गया है।

9 नए स्कूल इमारतों का निर्माण

मुंबई मनपा के मालिकाना अधिकार वाले कुल 467 स्कूल इमारत हैं। जिनमें से कई जर्जर हो चुके हैं। मनपा ने कुल 19 स्कूल इमारतों के पुनर्निर्माण का निर्णय लिया था। जिसमें से इस वित्तीय वर्ष में 6 इमारतों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। नए वित्तीय वर्ष में 13 इमारतों का निर्माण कार्य पूरा होना अपेक्षित है। मनपा 10 नए स्कूल इमारतों का निर्माण कर रही है। 1 इमारत का काम मार्च तक पूरा हो जायेगा। अगले साल 9 इमारतों का निर्माण अपेक्षित है। इसके लिए बजट में 190.01 करोड़ रुपए की व्यवस्था की गई है।

 मुंबई पब्लिक स्कूल

महानगर पालिका स्कूलों की छवि सुधारने को लेकर मुंबई मनपा स्कूलों को उसके मूल नाम के साथ मुंबई पब्लिक स्कूल संबोधित किया जाएगा। इसके लिए मुंबई पब्लिक स्कूल (एमपीएस) नाम से लोगो तैयार किया गया है। जिसे  963 प्राथमिक और 224 माध्यमिक स्कूलों में  लगाया जाएगा।

पानी समझकर बीएमसी अधिकारी पी गए सैनिटाइजर 

मुंबई. बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार दोपहर को शिक्षा बजट पेश करते समय पानी के बजाय गलती से सैनिटाइजर पी लिया। उन्होंने कहा कि हालांकि, उन्हें तुरंत अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने सैनिटाइजर बाहर उगल दिया। यह घटना महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के एक गांव में पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान 12 बच्चों द्वारा सैनिटाइजर पीने की घटना के तीन दिन बाद हुई। बीएमसी के सहायक नगर आयुक्त रमेश पवार ने शिक्षा के लिए ई-बजट पेश करने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ मंच पर बैठने के बाद सभागार में अपनी मेज पर रखी बोतल से सैनिटाइजर पी लिया। इस घटना का एक वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ जिसमें अधिकारी सफेद टोपी के साथ बोतल खोलते और सैनिटाइजर पीते नजर आए। बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक, पवार को तुरंत अहसास हुआ कि वह पानी की जगह सैनिटाइजर पी गए हैं और वहां मौजूद कुछ कर्मचारियों ने भी उन्हें सचेत किया।